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वाशिंगटन15 मिनट पहले
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यूक्रेन जंग में भाड़े के सैनिक उतारने वाले रूस के वैगनर ग्रुप को अमेरिका आपराधिक संगठन घोषित करेगा। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा- वैगनर ग्रुप ने यूक्रेन समेत कई जगहों पर अत्याचार किए हैं और मानवाधिकारों का हनन किया है। इस समय ग्रुप के 50 हजार से ज्यादा भाड़े के सैनिक यूक्रेन में हैं। वैगनर ग्रुप पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद नॉर्थ कोरिया से हथियार लेने के भी आरोप हैं।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने नॉर्थ कोरिया जातीं रूसी ट्रेनों की तस्वीरें दिखाईं।
नॉर्थ कोरिया से ले रहे रॉकेट- मिसाइल
जॉन किर्बी ने बताया- US इंटेलिजेंस के पास रूसी ट्रेनों के नॉर्थ कोरिया में घुसने के सबूत हैं। जहां से वो वैगनर ग्रुप के लिए रॉकेट और मिसाइलें लेकर आती हैं। नॉर्थ कोरिया से हथियार लेकर रूस UN सिक्योरिटी काउंसिल के रेजोल्यूशन का उल्लंघन कर रहा है। हम वैगनर के मददगारों को पहचान कर निशाना बनाने के लिए हर संभव काम करेंगे।
अगले हफ्ते लगाए जाएंगे नए प्रतिबंध
व्हाइट हाउस ने वैगनर ग्रुप और उसका साथ देने वाले नेटवर्क पर अगले हफ्ते नए प्रतिबंध लगाने की बात कही है। किर्बी के मुताबिक, यूक्रेन में तैनात वैगनर ग्रुप के 80 फीसदी सैनिक जेलों से निकलकर आए हैं।
यूक्रेन पर हमले से ठीक पहले इसी गुट के लड़ाके पूर्वी यूक्रेन में फॉल्स फ्लैग अभियानों को अंजाम दे रहे थे, ताकि रूस को हमला करने का बहाना मिल सके। वैगनर ग्रुप ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा करने में भी रूस की मदद की थी। ये ग्रुप यूक्रेन के अलावा सीरिया, लीबिया और सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक में भी तैनात है।
वैगनर ग्रुप के फाउंडर येवगेनी प्रिगोजिन ने सोलेडार पर कब्जा करने का दावा करते हुए यह तस्वीर जारी की थी।
खदानों पर कब्जे के लिए की भयानक लड़ाई
एक हफ्ते पहले यूक्रेन के सोलेडार पर कब्जे के लिए वैगनर ग्रुप के सैनिक और यूक्रेनी सेना के बीच खतरनाक जंग हुई थी। यूक्रेनी सेना ने कहा था कि फायरिंग के बावजूद खुले में आगे बढ़ने की वजह से बड़ी संख्या में वैगनर ग्रुप के सैनिक मारे गए थे।
अमेरिका के मुताबिक, वैगनर ग्रुप ने सोलेडार के आसपास की नमक और जिप्सम की खदानों पर कब्जे के लिए ही इतनी भयानक लड़ाई की थी।
रूसी सेना को चुनौती दे रही वैगनर आर्मी
ये ग्रुप रूस की आधिकारिक सेना के सामने चुनौती पेश कर रहा है। संडे गार्जियन लाइव की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन की सीमा से लगे रूसी इलाके बेलगोरोड और कुर्स्क में येवगेनी प्रिगोजिन ने सेना के बराबर का मिलिट्री स्ट्रक्चर खड़ा कर रखा है। यहीं पर वैगनर आर्मी की ट्रेनिंग फैसिलिटी और रिक्रूटमेंट सेंटर भी है। इस वजह से रूसी सेना के अधिकारियों और वैगनर के फाउंडर येवगेनी प्रिगोजिन के बीच तनाव भी बढ़ गया है।
येवगेनी प्रिगोजिन के रेस्तरां में पुतिन अक्सर खाने के लिए जाते थे।
येवगेनी प्रिगोजिन को कहा जाता है पुतिन का रसोइया
वैगनर ग्रुप के फाउंडर येवगेनी प्रिगोजिन को रूसी राष्ट्रपति पुतिन का रसोईया भी कहा जाता है। वे पहले एक रेस्तरां चलाते थे जहां पुतिन अक्सर खाने के लिए जाया करते थे। वे धीरे-धीरे पुतिन के करीबी सहयोगी बन गए। उन्हें रूसी सरकार से करोड़ों रुपए के कॉन्ट्रैक्ट मिलने लगे।
येवगेनी ही वैगनर ग्रुप को फंड करते हैं। पहले वे इस ग्रुप से अपने संबंधों को नकारते थे लेकिन 2022 में उन्होंने माना कि वे इससे जुड़े हुए हैं।
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