ये 5 बातें बिगाड़ सकती हैं पिता के साथ आपका रिश्ता

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पिता बनना कई तरह की भावनाओं का मिलाजुला अनुभव है। बच्चे के आने के बाद गैर जिम्मेदार व्यक्ति भी अपनी जिम्मेदारियों को समझने लगता है। ऐसे में बच्चे को किसी चीज की कमी न हो वह घंटों घर से बाहर रहकर पैसे कमाता है। और उसे बच्चे के मुंह से पहला शब्द, उसका पहली बार घुटने पर चलना देख पाना नसीब नहीं होता। पर पिता फिर भी इस उम्मीद में अपने सारे इमोशन को छुपाए मेहनत करता रहता है, कि एक दिन वह अपने बच्चे के साथ आराम से भरी जिंदगी बिता सकेगा, और अच्छी यादों को बना सकेगा।

लेकिन आमतौर पर ऐसा होता नहीं है। बच्चे बड़े होकर अपने पिता को बोझ समझ लेते हैं। विचारों के मतभेद होने के कारण कई बार बच्चे अपने पिता को कुछ ऐसा कह देते हैं, जो उनके दिमाग में हमेशा के लिए घर कर जाता है। और वह दोबारा फिर कभी अपने बच्चों से पहले जैसा लगाव महसूस नहीं कर पाते हैं। ऐसी ही कुछ बातों को हम यहां बता रहे हैं, जिसे हर व्यक्ति को अपने पिता को कहने से बचना चाहिए। वरना रिश्ते में दूरियां आने की संभावना बढ़ जाती है।
(सभी फोटो क्रेडिट- Freepik)

‘चुप रहिए आपको कुछ नहीं पता’

चुप रहिए आपको कुछ नहीं पता

बच्चे अपने पिता को बड़े होने के बाद कई बातों में अपनी राय रखने पर चुप करा देते हैं, शायद वैसे ही जैसे कभी उन्हें अपने पिता द्वारा करवा दिया जाता था।

लेकिन चाहे ये बात मजाक में ही क्यों न कही गई हो एक पिता का दिल इसे अपमान के तौर पर ही लेता है। बच्चे का यह कहना कि ‘चुप रहिए आपको कुछ नहीं पता है’ पिता को बूढ़े होने के साथ यह एहसास दिलाता है, कि अब इस घर में उनकी कोई अहमियत नहीं रह गई है।

‘जब ये काम आता नहीं, तो क्यों करते हैं’

जब ये काम आता नहीं, तो क्यों करते हैं

बच्चे और पेरेंट्स के बीच जनरेशन गेप की वजह से कई सारी चीजें बदल जाती हैं। कभी जिस माता-पिता ने उंगली पकड़कर अपने बच्चों को चलना सिखाया था, एक समय के बाद उन्हें अपने बच्चों की मदद की जरूरत पड़ने लगती है।

अब यदि ऐसे में उन्हें प्यार और सब्र से कोई चीज बताने की जगह अगर बच्चे गुस्से या मजाक में उनके पास से यह कहकर हट जाएं कि ‘जब ये काम आता नहीं है, तो करते क्यों हैं’ तो वह इसे बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। एक मां भले ही इसे दूसरे दिन भूल जाए लिए एक पिता अपने बच्चों के द्वारा किए गए इस निरादर को कभी नहीं भुला पाता है।

‘आपने बच्चों को बिगाड़ दिया है’

आपने बच्चों को बिगाड़ दिया है

रिटायरमेंट के बाद हर बूढ़ा व्यक्ति अपना बचा हुआ समय अपने नाती पोते के साथ खेलते हुए बिताने का ख्वाब देखता है। ताकि वह एक बार फिर अपना बचपन और अपनी जवानी को जी सके।

ऐसे में कई बार वह अपने घर के बच्चों को ज्यादा लाड़ प्यार करने लगते हैं, जिससे बच्चे ज्यादा बदमाश हो जाते हैं। अब यदि आप अपने पिता पर बच्चों को बिगाड़ने का आरोप लगा दें, तो उनका मन उदास हो सकता है और फिर वह खुद को सबसे दूर कर सकते हैं।

‘आपने हमारे लिए किया ही क्या है’

आपने हमारे लिए किया ही क्या है

जब बच्चे अपने जीवन में अच्छा नहीं कर पाते हैं, तो वह अक्सर अपनी असफलताओं के लिए पिता को दोषी ठहराने लगते हैं।

इस बात को कभी मजाक तो कभी गुस्से में वह अपने पिता से भी सीधे तौर पर कह देते हैं, बिना यह सोचे कि यह सुनकर पिता का दिल दुख सकता है। कई बार बच्चे को पता ही नहीं होता है, कि उसके पिता ने कितनी चीजों की कुर्बानी दी है। कैसे उनका पूरा जीवन सिर्फ परिवार और बच्चों की जरूरतों और ख्वाहिशों को पूरा करने में बीत गया।

अरे ये सब जवान लोगों को सूट करता है!

अरे ये सब जवान लोगों को सूट करता है!

कई बार बच्चे अपने पिता के निजी पसंदीदा चीजों को स्वीकार नहीं कर पाते हैं, जैसे- उनका पहनावा आदि। और जजमेंटल होकर कह पड़ते हैं, कि अरे ये सब जवान लोगों को सूट करता है।

लेकिन वह बिल्कुल नहीं सोचते हैं कि उनका ऐसा कहना पिता को यह एहसास करा सकता है, कि वह बूढ़े हो गए हैं। और अब उन्हें अपनी पसंद को जाहिर करने का कोई हक नहीं है।

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