[ad_1]
रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पीटल की गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर चेतना रमानी बता रही हैं कि प्रेग्नेंसी में थैलेसीमिया से ग्रस्त महिलाओं को किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।
थैलेसीमिया क्या है
थैलेसीमिया माइनर एक आनुवंशिक रक्त विकार है जो हीमोग्लोबिन के उत्पादन को प्रभावित करता है। यह लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद एक प्रोटीन है जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाता है। थैलेसीमिया माइनर वाले लोगों में थैलेसीमिया मेजर वाले लोगों की तुलना में स्थिति थोड़ी कम गंभीर होती है, लेकिन फिर भी यह कुछ तरीकों से गर्भावस्था को प्रभावित कर सकती है।
थैलेसीमिया माइनर एक वंशानुगत स्थिति है, इसलिए यदि आपको या आपके साथी को यह स्थिति है, तो इस बात की संभावना है कि आपके बच्चे को भी यह विरासत में मिल सकती है। अपने जोखिम और विकल्पों को समझने के लिए आनुवंशिक परामर्श और परीक्षण के बारे में अपने डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है।
जेनेटिक है यह बीमारी, रखें खास ध्यान
वर्ल्ड थैलसीमिया डेः जेनेटिक है यह बीमारी, रखें खास ध्यान
थैलेसीमिया माइनर क्या होता है
थैलेसीमिया माइनर एक अनुवांशिक स्थिति है, इसलिए यदि आपको या आपके साथी को यह कंडीशन है, तो इस बात की संभावना है कि आपके बच्चे को भी यह बीमारी विरासत में मिल सकती है। अपने जोखिम और विकल्पों को समझने के लिए आनुवंशिक परामर्श और परीक्षण के बारे में अपने डॉक्टर से बात करना महत्वपूर्ण है।
थैलेसीमिया माइनर लक्षण
थैलेसीमिया माइनर आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान कोई लक्षण या जटिलताएं पैदा नहीं करता है, लेकिन कुछ मामलों में यह एनीमिया का कारण बन सकता है। गर्भावस्था के दौरान एनीमिया समय से पहले प्रसव, लो बर्थ वेट और अन्य जटिलताओं के जोखिम को बढ़ा सकता है।
यदि आपको थैलेसीमिया माइनर है, तो डॉक्टर आपके आयरन लेवल को मॉनिटर करेंगे और जरूरत पड़ने पर संभावित रूप से आयरन सप्लीमेंट देंगे। वे आपके बच्चे की वृद्धि और विकास पर नजर रखने के लिए प्रीनेटल चेकअप भी करेंगे।
फोटो साभार : pexels
दोनों मां-बाप को थैलेसीमिया हो तो
कुछ दुर्लभ मामलों में, यदि माता-पिता दोनों को थैलेसीमिया माइनर है, तो उनके बच्चे में थैलेसीमिया मेजर होने का जोखिम होता है। यह स्थिति अधिक गंभीर होती है और अगर इसका सही से इलाज ना किया जाए तो यह जीवन के लिए खतरा हो सकती है। आप डॉक्टर से इस समस्या से बचने के विकल्पों के बारे में बात कर सकते हैं।
फोटो साभार : pexels
थैलेसीमिया माइनर ट्रीटमेंट
थैलेसीमिया माइनर आमतौर पर एक हल्की स्थिति है लेकिन इसके संभावित जोखिमों से अवगत होना और स्वस्थ गर्भावस्था और डिलीवरी के बारे में डॉक्टर से बात करना अहम होता है।
ब्लड टेस्ट जैसे कि कंप्लीट ब्लड काउंट सीबीसी) और एचपीएलसी टेस्ट से स्ट्रक्चरल हीमोग्लोबिन टेस्ट से इसका पता लगाया जा सकता है।
नोट : अगर आपकी भी कोई प्रेग्नेंसी प्रॉब्लम या कॉम्प्लिकेशन है जिस पर आप गायनेकोलॉजिस्ट की सलाह या एक्सपर्ट एडवाइस लेना चाहती हैं, तो उसे [email protected] पर भेज सकती हैं। आपकी पहचान गुप्त ही रखी जाएगी।
[ad_2]
Source link