IPL Cricket: मरुधरा का एक और खिलाड़ी कुणाल दिखाएगा अपना दमखम, राजस्थान रॉयल टीम का हिस्सा बने


हाइलाइट्स

कुणाल ने 10 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था
अंडर-19 वर्ल्ड कप की टीम में कुणाल का चयन हो चुका है
सैयद मुश्ताक ट्रॉफी और विजय हरारे ट्रॉफी में दिखा चुके हैं अपनी प्रतिभा

कोटा. राजस्थान का एक और युवा खिलाड़ी आईपीएल क्रिकेट (IPL Cricket) में नजर आएगा. यह खिलाड़ी है कोचिंग सिटी कोटा का कुणाल सिंह (Kunal Singh). दस साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलने का शौकीन कुणाल आईपीएल में राजस्थान की टीम से खेलेगा. राजस्थान रॉयल द्वारा कुणाल को 20 लाख रुपये में खरीदे जाने के बाद कुणाल की घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. कुणाल के घर पर परिवारजनों में जश्न का माहौल है. सैयद मुश्ताक ट्रॉफी और विजय हरारे ट्रॉफी समेत कई टूर्नामेंट में कुणाल अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुका है.

कुणाल विकेटकीपर है और बाएं हाथ से बल्लेबाजी करता है. अभी रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में खेल रहा है. उसमें भी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. भाई को खेलता देखकर कुणाल पर क्रिकेट का जुनून सवार हुआ था. कुणाल की इस उपलब्धि पर दादी विद्यारानी की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए. उन्होंने कहा कि पोते ने नाम रोशन कर दिया. बचपन में मुझे बैट पकड़ा देता था और खुद बॉल लेकर खड़ा रहता था. मुझे बहुत अच्छा लगता था. यह बहुत आगे बढ़ेगा. अब मैं उसे टीवी पर देखूंगी.

10 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था
कुणाल के पिता अजय सिंह आईएमटीआई में प्रोग्रामर हैं. उनके दो बच्चे हैं. पत्नी को-ऑपरेटिव बैंक में काम करती हैं. बड़ा बेटा दीक्षांत सिंह बीटेक कर चुका और अभी एमबीए कर रहा है. अजय सिंह ने बताया कि कुणाल ने 10 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था. उसका बड़ा भाई दीक्षांत ग्राउंड पर क्रिकेट खेलने जाता था तो वह भी उसके साथ जाने की जिद करता था. दोनों को ग्राउंड पर लाना ले जाना पड़ता था. कुणाल का क्रिकेट के प्रति जुनून को देखते हुए बाद ऑटो लगाना पड़ा.

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सैयद मुश्ताक ट्रॉफी और विजय हरारे ट्रॉफी खेल चुका है
16वें साल में कुणाल की काबिलियत का पता उस समय लगा जब उसे जयपुर में आरसीए में ट्रायल दिलाई गई. उसने तीनों राउंड पास किए. मेडिकल टेस्ट भी दिया. उसके बाद उसने अंडर 16 चैलेंजर में पार्टिसिपेट किया. अच्छी परफॉर्मेंस नहीं होने के कारण उसका सलेक्शन नहीं हुआ. फिर कुछ समय बाद उसने अंडर 19 चैलेंजर में भाग लिया. उसके जबरदस्त प्रदर्शन से सलेक्शन हुआ. यहां से उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा. वो सैयद मुश्ताक ट्रॉफी और विजय हरारे ट्रॉफी समेत कई टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के बलबूते अपनी काबिलियत का लोहा मनवा चुका है.

अंडर-19 वर्ल्ड कप की टीम में हो चुका है चयन
साल 2021 में इंडिया चैलेंजर टूर्नामेंट में राजस्थान से 6 खिलाड़ियों सलेक्शन हुआ. उसमें कुणाल भी शामिल था. इंडिया चैलेंज में बेहतर प्रदर्शन के बलबूते उसका सलेक्शन इंडिया की अंडर-19 वर्ल्ड कप की टीम में हुआ. जनवरी 2022 में वेस्टइंडीज में टूर्नामेंट खेलने जाना था. लेकिन पासपोर्ट का इश्यू होने के कारण वो वेस्टइंडीज नहीं जा सका. इससे उसे काफी दुख हुआ.

दरवाजे पर गेंद बांधकर मारता था
मां निर्मला सिंह ने बताया कि उसकी खेल में रुचि थी. उसका शुरू से ही क्रिकेट खेलने का सपना था. शुरुआत में प्लास्टिक के बैट से खेलता था. बचपन में दरवाजे पर बॉल को बांध देता था और उस पर बैट से मारता रहता था. कई बार तो रात 12 बजे तक भी खेलता रहता था. इसके कारण कई बार डांट भी खाता था. शरारती था लेकिन अच्छा भी लगता था. उसके पापा भी खेला करते थे. इसलिए उसे कभी रोक नहीं रोका. हमारा सपना है कि वह जल्द से इंडिया टीम से खेले.

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