Indian-Americans पर धोखाधड़ी, साजिश रचने का आरोप


अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, इन 12 व्यक्तियों ने दंत चिकित्सा पद्धतियों और उन संबंधित कंपनियों (सवानी समूह) की गतिविधियों में भाग लिया और उन्हें संचालित किया, जो वीजा धोखाधड़ी, स्वास्थ्य देखभाल धोखाधड़ी, संघीय कर चोरी और धनशोधन में लिप्त हैं।

नौ भारतीय-अमेरिकियों और भारतीय नागरिकों सहित 12 लोगों पर अमेरिकी राज्य पेंसिल्वेनिया में दंत चिकित्सा पद्धतियों और संबंधित दंत चिकित्सा व्यवसायों के एक बहु-राज्यीय नेटवर्क के जरिए एक साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, इन 12 व्यक्तियों ने दंत चिकित्सा पद्धतियों और उन संबंधित कंपनियों (सवानी समूह) की गतिविधियों में भाग लिया और उन्हें संचालित किया, जो वीजा धोखाधड़ी, स्वास्थ्य देखभाल धोखाधड़ी, संघीय कर चोरी और धनशोधन में लिप्त हैं।

अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा बुधवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, उनमें से छह लोगों पर सवानी समूह में उनकी भूमिका के आधार पर ‘ठगी से प्रभावित भ्रष्ट संगठन’ (आरआईसीओ) की साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगाया गया है और अन्य तीन लोगों पर न्याय में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है।
पेंसिल्वेनिया निवासी 57 वर्षीय भास्कर सवानी और 51 वर्षीय निरंजन सवानी ‘सवानी समूह’ दंत चिकित्सा पद्धतियों को संचालित करते हैं।

वे दोनों लाइसेंस प्राप्त दंत चिकित्सक हैं।
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि 55 वर्षीय अरुण सवानी ‘सवानी समूह’ की कंपनियों का मालिक है और उनके प्रबंधन एवं वित्तीय मामलों के लिए जिम्मेदार है।
तीन भाइयों – भास्कर, निरंजन, और अरुण – ने अमेरिकी वर्क वीजा के लिए विदेशी कर्मचारियों की भर्ती करने की साजिश रची और कर्मचारियों के काम एवं जिम्मेदारियों की सही जानकारी को कथित रूप से छुपाया।
तीनों ने 20 जनवरी को अदालत में पहली पेशी दी थी।

सुनील फिलिप (57) नाम का आरोपी सवानी समूह का लेखाकार और भास्कर, अरुण एवं निरंजन का व्यक्तिगत लेखाकार है। संघीय अभियोजकों ने आरोप लगाया कि फिलिप ने भास्कर, अरुण और निरंजन के साथ मिलकर कर चोरी की।
इनके अलावा अमन ढिल्लों (44), एलेक्जेंड्रा राडोमियाक (45), जॉन जूलियन (70), विवेक सवानी (35), भरतकुमार परसाना (55), हितेश कुमार गोयानी (39) और पीयूषा पटेल (41) और सुसन मालपार्टिडा (27) पर भी आरोपलगाए गए हैं।

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