पाठक के फोन की भी हुई जांच
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राजेंद्र नगर से विधायक पाठक का बयान धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के आपराधिक प्रावधानों के तहत दर्ज किया जा रहा है। सूत्रों ने पहले कहा था कि पाठक से इस मामले में उनकी भूमिका तथा एक मनोरंजन एवं इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के पूर्व सीईओ विजय नायर से कथित संबंधों को लेकर पूछताछ की जानी है। ईडी ने छह सितंबर को अपने छापों के पहले चरण के बाद पाठक के फोन की भी जांच की है। एजेंसी ने दूसरे दौर की तलाशी पिछले सप्ताह ली। पहली बार की तरह अनेक राज्यों में 40 से अधिक जगहों पर छापे मारे गये।
निशाने पर शराब नीति है या एमसीडी चुनाव?
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘ईडी ने आप के एमसीडी चुनाव प्रभारी दुर्गेश पाठक को आज समन भेजा है। हमारे एमसीडी चुनाव प्रभारी का दिल्ली सरकार की आबकारी नीति से क्या लेना-देना? उनके निशाने पर शराब नीति है या एमसीडी चुनाव? दिल्ली में एमसीडी चुनाव 270 वार्डों का परिसीमन पूरा होने के बाद इस साल के अंत तक होने की संभावना है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने इस नीति में कथित अनियमितताओं के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की है और सिसोदिया को बतौर आरोपी नामजद किया है। वहीं से ईडी का धनशोधन संबंधी मामला निकला है।
दिल्ली में एमसीडी के चुनाव होने वाले हैं
कालकाजी से आप की विधायक आतिशी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पाठक को ईडी के समन से साफ हो गया है कि असली निशाना आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का बढ़ता राजनीतिक ग्राफ है, न कि आबकारी नीति। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ईडी की कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि दिल्ली में एमसीडी के चुनाव होने वाले हैं।
‘भाजपा-सीबीआई-ईडी गठबंधन लड़ेगा चुनाव‘
उन्होंने कहा, ‘‘अब गुजरात और दिल्ली दोनों का चुनाव भाजपा-सीबीआई-ईडी गठबंधन लड़ेगा। भाई दुर्गेश पाठक को ईडी द्वारा बुलाना, मतलब साफ है कि एमसीडी चुनाव होने वाले हैं।’’ उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने आबकारी नीति के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की थी जिसके बाद अरविंद केजरीवाल सरकार ने जुलाई में यह नीति वापस ले ली थी।