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हाइलाइट्स
जब शिराओं में जान कम होती है तो सबसे पहले पैरों में सूजन होने लगती है.
पैरों को उपर कर के कुछ देर रखें. इससे शिराओं में थक्कापन खत्म होगा.
Week Veins Symptoms: हमारे शरीर में 96 हजार किलोमीटर का परिवहन तंत्र है जिसमें नसें भी शामिल है. हमारे शरीर की धमनियां हार्ट से शुद्ध खून लेकर शरीर के अंग-अंग तक पहुंचाती है. वहीं शरीर के अंग-अंग से नसें खून लेकर हार्ट की ओर पहुंचती है. यानी नसों के माध्यम से ही हार्ट में खून पंप होता है. इसलिए नसों के महत्व को समझा जा सकता है. ऐसे में जब नसें कमजोर होने लगती है या डैमेज हो जाती है तो इससे हार्ट में खून सही से पंप नहीं होगा और शरीर को कई परेशानियों से गुजरनी पड़ती है. हालांकि नसों कमजोर होने के कई कारण हैं लेकिन अधिकांश मामलों में खून में थक्का बनने या वेरिकोज वेंस के कारण नसें कमजोर होने लगती है. इसलिए इसका कारण भी जानना जरूरी है.
नसें कमजोर होने के कारण
हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक मेडिकल टर्म में कमजोर नस जैसे शब्द नहीं होते हैं. इसे वेंस इंनसफिसिएंसी कहते हैं. यानी नसें अपना काम करने में सक्षम नहीं है. इसका दूसरा मतलब नसें कमजोर होना ही है. नसें कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण नसों के अंदर खून का क्लॉट यानी थक्का बन जाता है जिससे नसों से खून आगे पहुंचने में दिक्कत होने लगती है. वेरिकोज वेंस की स्थिति में नसों के अंदर वॉल्व डैमेज हो जाता है जिसके कारण हार्ट से वापस आ रहे खून को वह रोकने में असमर्थ होने लगता है. इसके अलावा अन्य भी कई कारण है. जैसे मोटापा, प्रेग्नेंसी, स्मोकिंग, कैंसर, मसल्स वीकनेस, लेग इंज्यूरी, चोट, स्वेलिंग आदि भी कारण हो सकते हैं.
कमजोर नसों के लक्षण
जब शिराओं में जान कम होती है तो सबसे पहले पैरों में सूजन होने लगती है. इसके साथ ही पैरों में काफी दर्द होता है. जब आप खड़े होते हैं तो ऐसा करना मुश्किल हो जाता है. वहीं पैरों में क्रैंप, पैरों में खुजली, पैर और टखने की स्किन का पतला होना, पैरों में घाव होना, पैरों में भारीपन होना आदि लक्षण दिखाई देते हैं. नसें ब्लू पैचेज में दिखने लगती है.
इसका क्या इलाज है
अल्ट्रासाउंड या डुप्लेक्स अल्ट्रासाउंड से कमजोर नसों के बारे में पता लगाया जाता है. इसके बाद लक्षण के आधार पर डॉक्टर दवा लिखते हैं. वहीं आप ब्लड फ्लो को बढ़ा कर कमजोर नसों को ठीक कर सकते हैं. इसके लिए पैरों की एक्सरसाइज की जाती है. पैरों को उपर कर के कुछ देर रखें. इससे नसों में थक्कापन खत्म होगा. वहीं कंप्रेशन स्टॉकिंग पहनकर भी ब्लड फ्लो को बढ़ाया जा सकता है. इसके साथ ही जब बैठते हैं तो एक पैर को दूसरे पैर पर चढ़ाकर रखें. नियमित रूप से एक्सरसाइज करें.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : May 30, 2023, 18:51 IST
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