40 साल से लूट रहा था बैंक, क‍िसी के हाथ नहीं आया, जानें इस चोर की पहचान छुपाने की दंग कर देने वाली कहानी


हाइलाइट्स

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह सबसे पहले बैंकों की रेकी करते थे
गैस कटर की मदद से लॉकर में रखे रुपए चोरी करते थे.

उत्‍तर प्रदेश लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है जहां पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय बैंक लुटेरों (International Bank Robbers) के गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस ग‍िरोह का सरगना महाराष्ट्र का रहने वाला कुख्यात अपराधी सुरेश देशमुख निकला. बताया जा रहा है क‍ि 2011 में अपनी पहचान छुपाने के लिए सुरेश देशमुख ने चेहरे की सर्जरी तक कर डाली थी. लखीमपुर खीरी के सदर कोतवाली में 16 जनवरी को जि‍ला सहकारी बैंक मंडी ब्रांच का लॉकर काटकर 32 लाख रुपए चोरी के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. शातिर गिरोह के यह सदस्य जिनके निशाने पर सहकारी बैंक (CO-Operative Bank) रहते थे.

इस मामले में पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए अमरावती महाराष्ट्र, प्रतापगढ़ से तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पकड़े गए अभियुक्तों से गहनता से पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा परत दर परत होता चला गया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह सबसे पहले बैंकों की रेकी करते थे और उसके बाद गैस कटर की मदद से लॉकर में रखे रुपए चोरी करते थे. लॉकर काटने के दौरान जो नोट जल जाया करते थे उन्हें मौके पर ना छोड़कर अलग से डिस्पोज कर दिया करते थे. जिससे उन पर करेंसी जलाने का आरोप न लग पाए.

इस वारदात के बाद पकड़ा गया सुरेश देशमुख और सागर देशमुख जो मूर्ति अमरावती महाराष्ट्र का रहने वाला था. विभिन्न राज्य में अपना नाम बदलकर रहता था, यह लोग 1991 से चोरी और डकैती मामले में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में सुरेश पर दर्जनों मुकदमे दर्ज है. मामले में गिरफ्तार सुरेश अमरावती महाराष्ट्र का रहने वाला है, जबकि तुषार जनपद प्रतापगढ़ यूपी का रहने वाला है और तीसरा अभियुक्त हरिप्रसाद जो करनपुर प्रतापगढ़ का रहने वाला बताया जा रहा है. पकड़े गए अभियुक्तों से 4 लाख 50 हजार रुपए नगद, एक गैस, कटर तमंचा, एक कार के साथ ही उपकरण बरामद किए गए है. घटना के खुलासे पर बैंक मैनेजर ने पुलिस टीम को पुरस्कृत करने का ऐलान किया है. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है साथ ही दो लोगो की तलाश कर रही है.

मामले की जानकारी देते हुए जिले के पुलिस अधीक्षक गणेश साहा ने बताया यह गिरोह लगभग 40 साल से ऐसे बैंकों को टारगेट करता था. पिछले सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम नहीं होते थे. खास कर सहकारी बैंक को ही चुनते थे. इसका सरगना सुकेश देशमुख महाराष्ट्र अमरावती का रहने वाला है. वह पिछले 40 साल से बैंकों में बनने वाले लाकर को काटने में एक्सपर्ट है. सुकेश देशमुख के खिलाफ देश के विभिन्न थानों में 3 दर्जन से अधिक संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं. 2011 में सुकेश देशमुख ने अपनी पहचान छुपाने के लिए चेहरे की सर्जरी भी कर ली थी.

Tags: Lakhimpur Kheri News, UP news



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