फ़ैक्ट-चेक: वायरल वीडियो में DTC बस में बुर्का पहने दिख रही महिला बच्चा चोर नहीं थी


19 सितंबर को ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर (+91 7600011160) पर एक साथ कई वीडियोज़ मिलें. इन्हें दिल्ली में बच्चा चोरी की घटना बताकर शेयर किया गया. ऑल्ट न्यूज़ ने बच्चा चोरी से जुड़ी ऐसी कई अफवाहों का खुलासा किया है. जिसने ये वीडियोज़ हमें भेजा उसे शायद हमारे काम की जानकारी थी इसीलिए उसने लिखा कि ये अफवाहें फिर से शेयर की जा रही हैं.


पहली क्लिप: बुर्का पहनी महिला कथित तौर पर एक बच्चे को उठाकर ऑटो से भाग गई

पहली क्लिप में हम देख सकते हैं कि बुर्का पहना एक शख्स बच्चे के पास भीख मांग रहा है. जैसे ही बच्चा उसे कुछ देता है. वो बच्चे को किसी नशीली चीज़ से बेहोश कर डेटा है. इसके तुरंत बाद एक व्यक्ति ऑटो-रिक्शा में वहां आता है और वे बच्चे को गाड़ी में बिठाकर वहां से फरार हो जाते हैं.

ये वीडियो क्लिप जुलाई 2022 से भारतीय सोशल मीडिया पर वायरल है और कई मौकों पर ऑल्ट न्यूज़ ने इसे खारिज किया है. ये मिस्र का एक नाटकीय वीडियो है जिसे कुछ लोगों ने मिलकर बनाया था. इन लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से पैसा कमाने की योजना बनाई थी. इस बारे में पूरी फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट यहां पढ़ी जा सकती है.

दूसरी क्लिप: एक बच्चे के साथ बस में यात्रा कर रही महिला से पूछताछ करते हुए पुलिस और यात्री

इस वीडियो क्लिप में हम बस में बैठी एक महिला को देखते हैं. एक बच्चे को गोद में लिए पुलिस अधिकारी उस महिला से पूछताछ कर रहा है. अधिकारी का कहना है कि अगर उसे पता चला कि बच्चा उसका नहीं है तो वो उसे गोली मार देगा. पुलिसकर्मी महिला से दो बार पूछता है कि उसने किसका बच्चा चुराया है. महिला कहती है कि इसे ले जाइये उसे नहीं पता किसका बच्चा है. वो ये भी कहती है कि उन्हें अस्पताल जाना चाहिए और बच्चे का DNA टेस्ट करवाना चाहिए.

तीसरी क्लिप: महिला से जारी पूछताछ

तीसरी क्लिप में कैमरामैन को ये कहते सुना जा सकता है कि महिला कथित तौर पर बवाना नेहर (नहर) के पास एक बच्चे को चुराते हुए पकड़ी गई थी. वे उस बच्चे का चेहरा भी दिखाते हैं जिसे कथित तौर पर चुराया गया है.

महिला की ये वीडियो क्लिप ट्विटर और फ़ेसबुक दोनों पर वायरल है. यूज़र @TheRitamApp ने ट्वीट किया कि दिल्ली के बवाना में बुर्का पहने महिला को बच्चा चोरी करते हुए पकड़ा गया. DTC बस स्टाफ़ ने बच्चे के साथ बुर्का पहनी महिला को पकड़ा.

यही क्लिप फ़ेसबुक पर भी वायरल है और इसे 29 हज़ार से ज़्यादा बार देखा गया है.


फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने जगह वेरिफ़िकेशन की शुरुआत की. क्लिप में दिख रही सभी चीज़ों को ध्यान में रखते हुए हमने देखा कि वीडियो मुख्य बस स्टैंड, बवाना स्टॉप, बवाना गांव, बवाना, दिल्ली का है. इस जगह का एक स्ट्रीट व्यू गूगल मैप्स पर भी मौजूद है. पाठक इस लिंक पर क्लिक करके विजुअल्स देख सकते हैं.


फ्रीलांस पत्रकार विपुल कुमार ने उस जगह का दौरा किया और कुछ स्थानीय लोगों से बात की जो वहां मौजूद थे या वायरल वीडियोज़ के बारे में जानते थे. ऑल्ट न्यूज़ गवाहों की पहचान को उजागर नहीं करेगा. हम गवाहों को सिर्फ उनके पेशे से संदर्भित करेंगे, नाम से नहीं.

दूकान का मालिक

हमने सबसे पहले एक दुकान के मालिक से बात की जिसने हमें बताया कि वो महिला बच्चा चोर नहीं हो सकती. वायरल वीडियो जब रिकॉर्ड किया जा रहा था उस वक़्त दुकान का मालिक वहां मौजूद नहीं था लेकिन उसने महिला को पहले देखा था जब वो उसकी दुकान के सामने बैठकर बच्चे को ढूध पिला रही थी और उसका डायपर बदल रही थी. जब ये वीडियो क्लिप वायरल हुई, तो दुकानदार की पहली प्रतिक्रिया ये थी कि अगर ये महिला बच्चे को इतने प्यार से पाल रही है तो वो बच्चा चोर कैसे हो सकती है? दुकान के मालिक के पास महिला का CCTV फ़ुटेज भी था, लेकिन हर 6 दिन में फ़ीड वाइप होने के कारण ये डिलीट हो गया. घटना 14 सितंबर की है.

वेंडर #1

एक वेंडर ने बताया, “मुझे नहीं पता कि उस दिन क्या हुआ था, लेकिन मैंने पुलिसकर्मियों को उसे कहीं ले जाते देखा था. वो बस में थी जब DTC स्टाफ़ ने पुलिस को फ़ोन किया क्यूंकि वो संदिग्ध लग रही थी.”

वेंडर #2

दूसरे वेंडर ने बताया, “ये दावे फ़र्ज़ी हैं. उस दिन घटना के वक्त मैं वहां मौजूद था. वो बस में बैठी थी और उसने बच्चे को इस तरह से पकड़ रखा था जिससे DTC स्टाफ़ को उस पर शक हुआ. उन्होंने तुरंत उसकी मौजूदगी में पुलिस को फ़ोन किया. वो मानसिक रूप से बीमार थी. वो कह रही थी कि आप बच्चे को ले जा सकते हैं और उसका चेहरा भी आधा जला हुआ था. पुलिस उसे अपने साथ ले गई. और मैंने दूसरों से सुना कि बाद में उसके परिवार के सदस्यों से उसकी पहचान कराये जाने पर उसे स्टेशन छोड़ दिया गया.”

इस घटना के हालात को देखते हुए घटनास्थल पर मौजूद कोई भी चश्मदीद कैमरे पर बात करने के लिए तैयार नहीं हुआ.

बवाना पुलिस स्टेशन के SHO राकेश यादव ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि महिला के बच्चा चोर होने की ख़बर “फ़र्ज़ी” है. विपुल कुमार ने पुलिस थाने का भी दौरा किया जहां एक अन्य अधिकारी ने भी इस बात को कंफ़र्म किया.

ऑल्ट न्यूज़ स्वतंत्र रूप से महिला की पहचान नहीं कर सका. साथ ही ये भी पता नहीं चल सका कि कथित संदिग्ध को गोली मारने की धमकी देने उस अधिकारी के खिलाफ़ कोई कानूनी कार्रवाई की गई या नहीं.

स्थानीय लोगों और पुलिस की बातों के आधार पर ये कहा जा सकता है कि मानसिक रूप से बीमार एक महिला को बच्चा चोर समझ लिया गया. और इस घटना के वायरल क्लिप में पूरी कहानी नहीं बताई गई जिससे ये वीडियो ग़लत संदर्भ मनें शेयर किया जाने लगा

 

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