हिन्दू छात्रों ने मुसलमानों का मज़ाक उड़ाने के लिए बुर्का पहनकर किया डांस? ग़लत दावा शेयर


ट्विटर यूज़र @CrimeReportInd1 ने एक ट्वीट में दावा किया कि मेंगलोर के सेंट जोसेफ़ इंजीनियरिंग कॉलेज में हिन्दू स्टूडेंट्स ने हिजाब पहनकर आइटम गाना ‘फ़ेविकोल से’ पे डांस किया. ये भी लिखा है कि बुर्का पहनने वाले मुसलमानों का मज़ाक उड़ाने के लिए ऐसा किया गया. (आर्काइव लिंक)



इस वीडियो को सबसे पहले ‘हेट वाच कर्नाटका’ नाम के ट्विटर हैंडल ने पोस्ट किया था. यहां ध्यान देना ज़रूरी है कि इस हैंडल ने परफॉर्म करने वाले स्टूडेंट्स के हिन्दू होने की बात नहीं की थी. लेकिन ये लिखा है कि बुर्का का मज़ाक उड़ाने के लिए आइटम गाने पे डांस किया गया.



एक फ़ेसबुक यूज़र ने भी ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि हिन्दू छात्रों ने मुसलमानों का मज़ाक उड़ाते हुए ऐसा डांस किया. इस वीडियो में हेट वाच कर्नाटका का लोगो दिख रहा है.

इंडिया टुडे ने इस घटना पर ख़बर देते हुए बताया कि ये सभी लड़कियां थीं जो बुर्का पहनकर डांस कर रही थीं. हालांकि, चैनल ने बताया कि सभी स्टूडेंट्स मुस्लिम थे.

फ़ैक्ट-चेक

हमने देखा कि इस मामले पर सेंट जोसेफ़ कॉलेज ने एक ट्वीट थ्रेड में एक बयान जारी किया है. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मुस्लिम समुदाय के छात्रों ने ही डांस किया था. साथ ही ये भी लिखा है कि छात्र संघ के उद्घाटन के अनौपचारिक हिस्से के दौरान ये छात्र मंच पर ऐसे ही आ गए थे. एक और ट्वीट में कॉलेज ने बताया कि ये डांस प्रोग्राम का हिस्सा नहीं था साथ ही इन छात्रों को जांच तक सस्पेंड कर दिया गया है. लिखा है कि कॉलेज ऐसी किसी भी गतिविधि का समर्थन नहीं करता है जो समुदायों के बीच सद्भाव को नुकसान पहुंचा सकती है.

टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने भी इस मामले पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है. कॉलेज के प्रिंसिपल रियो डीसूज़ा ने TOI को बताया कि हमने चारों छात्रों को सस्पेंड कर दिया है जो मुस्लिम समुदाय के थे.



सस्पेंड हुए एक छात्र ने ट्वीट करते हुए बताया कि इस वीडियो के पीछे किसी धार्मिक संस्कृति का मज़ाक उड़ाना नहीं था. छात्र ने एक वीडियो का उदाहरण दिया जिसमें घोस्ट डांस किया गया था. छात्र का कहना है कि उनलोगों ने इसी वीडियो को कॉपी किया था.

छात्रों ने जिस वीडियो का कॉपी किया वो नीचे है. आप देख सकते हैं कि इस वीडियो के बैकग्राउंड में जो गाना बज रहा है छात्रों के परफॉरमेंस में भी वही गाना है.

इन चार छात्रों के एक क्लासमेट ने ट्वीट कर बताया कि घोस्ट थीम के लिए उन्होंने ये पोशाक चुना था. और सभी छात्र एक ही समुदाय के हैं.

हमने कॉलेज के कुछ छात्रों से बात की. पहचान उजागर न करने की शर्त पर उन्होंने बताया कि वीडियो में दिख रहे चारों छात्र मुस्लिम हैं और इनमें लड़कियां नहीं थीं. मीडिया चैनल्स द्वारा किया जा रहा दावा कि लड़कियों ने बुर्का पहनकर डांस किया ग़लत है. साथ ही उन्होंने कहा कि वो नन की तरह दिखना चाहते थे जैसा कि ऊपर वीडियो में दिख रहा है. लेकिन उनके पोशाक समय पर नहीं पहुंच पाए इसीलिए उन्हें बुर्का पहनना पड़ा.

कुल मिलाकर, मेंगलोर में एक कॉलेज के कुछ मुस्लिम छात्रों ने डांस किया था जिसका वीडियो ग़लत दावे के साथ शेयर किया जाने लगा कि ऐसा करने वाले छात्र हिन्दू थे.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *