स्नैपड्रैगन जीन्स, कैंसर-रोधी गुण वाला सुपरफ्रूट हैं बैंगनी टमाटर, विकसित करने में लगे 16 साल


नई दिल्ली: यूरोपीय वैज्ञानियों ने जब 2008 में स्नैपड्रैगन फूल के डीएनए से एक टमाटर को अनुवांशिक रूप से संशोधित किया, तो उसका परिणाम था पूरी तरह से बैंगनी रंग का टमाटर, जिसमें कैंसर-रोधी गुण मौजूद थे. चौदह साल बाद शाही रंग के इस जीएमओ (आनुवंशिक रूप से परिवर्तित जीव) को, आख़िरकार अमेरिकी नियामकों की मंज़ूरी मिल गई है.

इसी महीने अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) की पशु और पादप स्वास्थ्य निरीक्षण सेवा (एपीएचआईएस) ने मान लिया, कि पौधे को अमेरिका में सुरक्षित तरीक़े से उगाया और ब्रीड किया जा सकता है. यूएसडीए ने एक बयान में कहा, ‘हमने पाया कि उगाए गए दूसरे टमाटरों की तुलना में, इस पौधे में कीड़ा लगने के जोखिम की ज़्यादा संभावना नहीं होती’.

ग्राहक इसे खाएंगे कि नहीं ये देखा जाना अभी बाक़ी है. लेकिन पूरी संभावना है कि अगले साल से, लोग इसके बीज ख़रीदकर जीएमओ टमाटर उगा सकेंगे. इसपर काम करने वाले शोधकर्त्ता बहुत उत्साहित हैं, कि उनकी ‘स्वस्थ’ रचना आख़िरकार अमेरिका की मेज़ों तक का सफर पूरा कर पाएगी.

‘ये तो ज़बर्दस्त है, मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं ये दिन देख पाउंगी. अब हम इस बैंगनी टमाटर को बहुत से उत्साहित लोगों तक पहुंचाने के मेरे सपने के एक क़दम और क़रीब हैं, जो इन्हें खाना चाहते हैं,’ ये कहना था यूके में जॉन इन्स सेंटर की प्रोफेसर कैथी मार्टिन का, जो इसकी रिसर्च में लगे वैज्ञानिकों में से एक हैं.

एक नज़र डालते हैं कि बैंगनी टमाटर नियमित टमाटरों से भी ज़्यादा पोषक कैसे हो सकते हैं, और इनके पीछे क्या विज्ञान है.

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