लव, क्राइम और जेल लाइफ; जानें चार्ल्स शोभराज की इंडिया से नेपाल तक की कुंडली, कैसे कहलाया ‘बिकिनी किलर’?


नई दिल्ली: बिकिनी किलर नाम से कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को नेपाल की जेल से रिहा तो कर दिया जायेगा लेकिन उसे फौरन नेपाल छोड़ना भी होगा, क्योंकि रिहाई के तुरंत बाद उसे नेपाल छोड़ने का आदेश दिया गया है. दरअसल, नेपाली सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को ‘बिकिनी किलर’ और ‘द सर्पेंट’ के नाम से कुख्यात फ्रांसीसी ‘सीरियल किलर’ चार्ल्स शोभराज को उसकी सेहत के आधार पर रिहा करने का आदेश दिया. भारतीय और वियतनामी माता-पिता की संतान शोभराज हत्या के आरोप में वर्ष 2003 से उम्रकैद की सजा काट रहा है. नेपाली जेल से रिहा होने के बाद कहां होगा डॉन का नया ठिकाना और डॉन कौन से नए गुल खिलायेगा, यह तो आने वाला समय ही बतायेगा मगर डॉन की जरा ये कारगुजारियां तो जानिए.

साल 1981. तब केंद्रीय कारागार तिहाड़ जेल केवल एक जेल हुआ करती थी, ना कि उसमे कई जेलें थीं. ऐसें मे एक युवा सहायक जेलर के पद पर परीक्षा पास कर तिहाड़ जेल में जेल अधीक्षक के कमरे में गया, जहां से उसे अपना अप्वाइंटमेंट लेटर लेना था. इस युवा अधिकारी का नाम था जेलर सुनील गुप्ता. बकौल सुनील गुप्ता, जब वे जेल अधीक्षक के कमरे मे बैठे थे तो उन्हें अधीक्षक ने बताया कि उनका लेटर आ रहा है तो वे कमरे में इंतजार करने लगे…थोड़ी देर बाद एक हैंडसम सा युवक जेल अधीक्षक के कमरे में घुसा. उसके चलने और देखने का अंदाज सुनील गुप्ता को अधिकारियों जैसा लगा तो वे उठ कर खड़े हो गए. सुनील गुप्ता के मुताबिक, इस युवक ने उन्हें उनका अप्वाइंटमेंट लेटर पकड़ाया तो उन्होंने उससे पूछा कि वह किस बैच के अधिकारी हैं और कब से जेल मे हैं, जवाब में हैंडसम युवक मुस्कराया और तब जाकर सुनील गुप्ता को पता चला कि जिस युवक ने उन्हें अप्वाइंटमेंट लेटर दिया है, वह मशहूर बिकनी किलर चार्ल्स शोभराज है. ये था होतचंद भवानी गुरमुख चार्ल्स शोभराज का तिहाड़ जेल में जलवा.

तिहाड़ के पुराने अधिकारियों के मुताबिक, जेल के अंदर शोभराज अपने व्यवहार को लेकर इतना मीठा था कि उसे जेल में हर सुविधा मिल जाती थी. यहां तक कि जेल में यदि किसी को कोई लीगल पिटीशन कोर्ट में फाइल करनी होती थी या अधिकारियों को ज्यादा काम होता था तो बिकनी किलर शोभराज की मदद ली जाती थी. यहां तक कि उसे साल 1986 में जेल प्रशासन ने एक टाइपराइटर भी उपलब्ध करा दिया था, जिस पर वह जेल प्रशासन का काम करता था.

जेल के वरिष्ठ अधिकारी रहे सुनील गुप्ता के मुताबिक, शोभराज अपने व्यवहार से किसी को भी अपना बना लेता था. उसमें सामने वाले को प्रभावित करने की एक अनोखी कला थी और खासकर युवतियां और औरतें तो उससे बेहद प्रभावित रहती थीं. यहां तक कि जेल में उससे मिलने वालों की संख्या में आदमी कम और औरतें ज्यादा होती थीं. तिहाड़ जेल प्रशासन पर अपने इसी प्रभाव का फायदा उठा कर शोभराज तिहाड़ जेल से फरार हो गया था.

Shraddha Murder Case: श्रद्धा की हत्या का है पछतावा? जेल की सलाखों के पीछे ही रहना चाहता है आफताब, जमानत याचिका वापस ली

चार्ल्स शोभराज की फाइल के मुताबिक, उसने पहला गुनाह 19 साल की उम्र में किया और उसे सजा भी हुई. शोभराज सिंधी पिता और वियतनामी मां की संतान है, जिसका जन्म 6 अप्रैल 1944 को हुआ, लेकिन उसके पिता ने उसके पैदा होने के बाद उसे अपनाने से इनकार कर दिया था क्योकि उसकी मां ने उससे शादी नहीं की थी. इसके बाद वियतनाम के एक सेना अधिकारी ने उसकी मां से शादी की और उसे अपनाया. शोभराज की शादी 20 साल की उम्र में हुई और 1970 के दशक में इसने ने एशिया आने का प्लान बनाया. दिलचस्प यह है कि शोभराज मानता था कि एशिया में अपराध करके बच निकलना आसान है, क्योंकि इन देशों में ले-देकर काम हो जाता है. शोभराज 1975 के दशक में बिकनी किलर के नाम से मशहूर हुआ, क्योंकि टेरेसा नाम की लड़की समेत दो लड़कियां गोवा में बिकनी में ही मृत पाई गईं और उनके कत्ल का इल्जाम शोभराज पर लगा. 1976 में फ्रेच टूरिस्ट की हत्या के आरोप मे उसे सजा हुई और उसे तिहाड़ जेल भेजा गया.

इसके बाद फिर भारत से शोभराज फ्रांस गया और फिर 2003 में उसे नेपाल में गिरफ्तार कर लिया गया, जहां उसे आजीवन कारावास की सजा हुई. साल 2008 में शोभराज फिर चर्चा मे आया क्योंकि बिग बास 5 की प्रतियोगी निहिता विस्वास ने उससे जेल में सगाई की, जबकि उसकी उम्र 20 साल की थी और शोभराज की 64 साल की. अब 21 साल की सजा के बाद नेपाल कोर्ट ने उसे छोड़ने का फैसला किया है क्योंकि उसकी उम्र काफी हो चुकी है. साथ ही जेल में उसने अपनी ज्यादातर सजा अच्छे आचरण में काटी है. तिहाड़ जेल में शोभराज पर निगरानी रखने वाले अधिकारियों के मुताबिक, शोभराज जेल प्रशासन के लिए सिरदर्द नहीं बनता था लेकिन उससे इसलिए सावधान रहना पड़ता था कि वो ना जाने कब-क्या गुल खिला जाए.

फिलहाल जिस बिकनी किलर पर अनेकों फिल्म बन चुकी हैं और डॉन की तलाश अनेक मुल्कों की पुलिस कर रही है, फिल्मों को यह डायलाग देने वाले शोभराज को नेपाल की जेल से तो रिहा कर दिया जायेगा मगर रिहाई के फौरन बाद उसे वहां से बाहर जाने का भी हुक्म दिया गया है. ऐसे में देखना होगा कि बिकनी किलर उर्फ डॉन का नया ठिकाना कौन सा मुल्क होगा और डॉन अब क्या गुल खिलाता है.

Tags: Crime News, Nepal



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *