रूस के खिलाफ जंग के लिए यूक्रेन को चाहिए पश्चिमी देशों से टैंक, क्यों जेलेंस्की दे रहे जोर

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Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले करीब 11 महीने से जंग जारी है. जंग में पुतिन की सेना को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए यूक्रेन पश्चिमी देशों से और सैन्य मदद की गुहार लगा रहा है. बुधवार (25 जनवरी) को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने रूसी सैनिकों को पीछे हटाने में यूक्रेन (Ukraine) की मदद करने के लिए पश्चिम देशों से जल्दी और पर्याप्त संख्या में टैंक भेजने का आग्रह किया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रूस के साथ युद्ध में ‘अब्राम’ टैंक (Abrams Tanks) के संचालन में दिक्कत होने के दावे को उलटते हुए अमेरिका ने कहा है कि वह यूक्रेन को अब्राम टैंक जरूर भेजेगा. 

यूक्रेन को 31 अब्राम टैंक भेजेगा अमेरिका

न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक रूसी सैनिकों के साथ मुकाबले के लिए अमेरिका यूक्रेन को 31 एम1 अब्राम्स युद्धक टैंक भेजेगा. पहले इस बात पर बहस हो रही थी कि यूक्रेनी सैनिकों को इन टैंकों के संचालन और रख-रखाव में दिक्कत आएगी. जर्मनी की ओर अपने स्टॉक से 14 लेपर्ड 2 ए6 टैंक भेजने पर सहमत होने के बाद अमेरिका का अब्राम्स युद्धक टैंक यूक्रेन को भेजने का फैसला आया. 

क्यों जेलेंस्की दे रहे टैंक पर जोर

राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की भी इस बात पर जोर दे रहे थे कि उन्हें ‘अब्राम’ टैंक दिया जाए, लेकिन पहले अमेरिका ने उच्च तकनीक वाले वाहनों के साथ व्यापक और जटिल रखरखाव और रसद चुनौतियों का हवाला देते हुए यूक्रेन को अपने खुद के एम1 अब्राम टैंक देने का विरोध किया था. बुधवार को घोषित 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर के पैकेज में आठ एम88 रिकवरी वाहन भी शामिल हैं. ये व्हीकल अब्राम्स के फंसने पर उसे खींचकर आगे ले जा सकते हैं. बताया जाता है कि ये टैंक एक बटालियन के बराबर ताकत रखते हैं. युद्ध में ये टैंक यूक्रेन को बड़ी बढ़त दिला सकते हैं.

बेहद ही ताकतवार है अब्राम टैंक

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अब्राम्स टैंक दुनिया में सबसे सक्षम टैंक हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि ये टैंक संचालन और रख-रखाव के लिए जटिल हैं. बताते चलें कि मौजूदा वक्त में रूस और यूक्रेन का युद्ध एक नए चरण में है. कुल मिलाकर, फ्रांस, ब्रिटेन, अमेरिका, पोलैंड, जर्मनी, नीदरलैंड और स्वीडन यूक्रेन को मजबूत करने के लिए सैकड़ों टैंक और भारी बख्तरबंद वाहन भेजने वाले हैं. 

जर्मनी में रूसी राजदूत सर्गेई नेचायेव ने बुधवार को यूक्रेन में लेपर्ड 2 ए6 टैंक भेजने के बर्लिन के फैसले को बेहद खतरनाक बताया था. नेचयेव ने एक ऑनलाइन बयान में कहा था कि ये कदम संघर्ष को एक नए स्तर पर ले जाएगा. लेपर्ड 2 (German Leopards-2 Tanks) और अब्राम्स (M1 Abrams Tanks) दोनों ही बेहद आधुनिक टैंक हैं और ये रूसी सेना की ओर से उतारे गए सोवियत काल के टैंकों से बेहतर माने जाते हैं. 

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