मॉरिटेनिया में तलाक दुख, शर्म नहीं…जश्न का मौका: गाना-बजाना, डांस और पार्टी के साथ दुनिया को बताते हैं कि महिला अब आजाद है

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औडेन (मॉरिटेनिया)6 घंटे पहले

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पश्चिम अफ्रीकी देश मॉरिटेनिया के प्राचीन शहर औडाने के एक घर में मेहंदी आर्टिस्ट स्मार्टफोन को ध्यान से देखते हुए महिला के हाथों में खूबसूरत डिजाइन बना रही है। पूरा फोकस इस बात पर है कि महिला के हाथों में गीली मेहंदी न लग जाए लेकिन यह किसी शादी समारोह की तैयारी नहीं, बल्कि तलाक के बाद होने वाला जश्न है।

अगले दिन डिवोर्स पार्टी होगी। तभी महिला की मां सल्का आकर सबसे कहती हैं, ध्यान से सुनिए… आज से मेरी बेटी इसेलेखे जेलानी तलाकशुदा है। वे तीन बार जोरों से ढोलक बजाकर ऐसा कहती हैं और उसे ट्रे पर उल्टा करके रख देती हैं। फिर पारंपरिक अंदाज में बताती हैं कि शादी सौहार्दपूर्ण ढंग से खत्म हुई, दोनों ही ठीक हैं।

इधर, इसेलेखे अपने स्मार्टफोन को देखकर खिलखिलाने लगी और मेहंदी की तस्वीरें पोस्ट करने में व्यस्त हो गई। सुनकर हैरानी होगी पर इस देश में तलाक… दुख में डूबने का मौका नहीं है, बल्कि जश्न की बात है। इस रेगिस्तानी देश में कई बार तलाक लेना आम है। इस रस्म को तलाक की घोषणा का आधुनिक संस्करण कह सकते हैं।

कई संस्कृतियों में तलाक को शर्मनाक व कलंक माना जाता है पर मॉरिटानिया में इसे इस रूप में भी देखा जाता है कि महिला अब स्वतंत्र है और दूसरी शादी कर सकती है। यह बात औरों को भी पता चले। यहां सदियों से महिलाएं एक-दूसरे की तलाक पार्टियों में खाने, नाच-गाने के लिए जुटती रही हैं।

फोन की रोशनी में, मेंहदी कलाकार हलीमा अल-हद्दाद, इसेलेखे जेलानी के हाथों को उनकी तलाक पार्टी के लिए सजा रही हैं।

फोन की रोशनी में, मेंहदी कलाकार हलीमा अल-हद्दाद, इसेलेखे जेलानी के हाथों को उनकी तलाक पार्टी के लिए सजा रही हैं।

नई पीढ़ी के लिए परंपरा को अपडेट किया जा रहा
नई पीढ़ी के लिए खास केक, सोशल मीडिया के लिए आकर्षक फाइल्स, खाना व संगीत के साथ परंपरा को अपडेट किया जा रहा है। इसके अलावा अपनी पुरानी यादों को मिटाने के लिए तलाक के बाद महिलाएं पुराने कपड़े, सजने-संवरने के सामान और अन्य चीजें बेचने के लिए तलाकशुदा महिलाओं के बाजार जाती हैं। मॉरिटेनिया में महिलाओं पर स्टडी करने वाली समाजशास्त्री नेजवा केताब कहती हैं,‘यहां तलाक सामान्य है। मातृसत्तात्मक प्रवृत्ति यहां विरासत में मिली है। बाकी मुस्लिम देशों की तुलना में यहां महिलाएं ज्यादा आजाद हैं।

यहां तलाक की दर दुनिया में सबसे ज्यादा, डेटा नहीं
एक्सपर्ट्स कहते हैं देश में तलाक की दर दुनिया में सर्वाधिक है पर इसके पुख्ता प्रमाण नहीं हैं क्योंकि तलाक अक्सर मौखिक होते हैं। केताब कहती हैं, एक युवा, तलाकशुदा महिला कोई समस्या नहीं है, तलाकशुदा महिलाओं को अनुभवी माना जाता है, इसलिए उनकी पूछ-परख भी रहती है। इस बात को इसेलेखे जैसी महिलाएं अच्छी तरह समझती हैं।

सल्का बिलाले औडाने के एक अस्पताल की फार्मेसी में काम करती हैं।

सल्का बिलाले औडाने के एक अस्पताल की फार्मेसी में काम करती हैं।

तलाकशुदा महिलाओं की पूछ-परख ज्यादा
सल्का खुद भी तलाकशुदा हैं, इसलिए वे इन चीजों को अच्छी तरह समझती हैं। उनका अलगाव युवावस्था में हो गया था पर उन्होंने दोबारा शादी करने के बजाय फार्मासिस्ट बनने को तरजीह दी। क्योंकि उन्हें पति की तरफ से कोई मदद नहीं मिली थी, और पांच बच्चों को अपने दम पर ही बड़ा करना था।

कई महिलाओं को लगता है कि तलाक उन्हें वह आजादी देता है जो उन्होंने शादी से पहले या शादी के दौरान कभी नहीं सोची थी, खासकर पहली शादी। दरअसल इस देश में दूल्हा चुनने का काम माता-पिता ही करते हैं, बहुत सी लड़कियों की शादी 18 साल की उम्र में ही हो जाती हैं।

तलाक के बाद, महिलाएं अक्सर अपने कपड़े, साज-सज्जा और अन्य सामान बेचने के लिए तलाकशुदा महिला के लिए एक बाजार जाती हैं।

तलाक के बाद, महिलाएं अक्सर अपने कपड़े, साज-सज्जा और अन्य सामान बेचने के लिए तलाकशुदा महिला के लिए एक बाजार जाती हैं।

बच्चों की कस्टडी मां को ही मिलती है
ऐसे में महिलाओं को जीवनसाथी के रूप में विकल्प कम ही मिलते हैं। तलाक के बाद बच्चों की कस्टडी मां को ही मिलती है। हालांकि पुरुष कानूनी रूप से भरण-पोषण के लिए जिम्मेदार होते हैं पर ऐसा कम ही होता है और आर्थिक बोझ महिलाओं पर ही आता है। सल्का अपनी बड़ी बेटी की तरफ देखकर कहती हैं, उसे शादी में ही रुचि है, जबकि उसकी उम्र में मुझे राजनीति में जाना पसंद था। अब वे देश की राजनीति में कदम रखकर इसी अधूरे सपने को पूरा करने में जुट गई हैं।

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