महाराष्ट्र में हिंदुत्व की रैली में मुस्लिमों ने डाली बाधा? आंध्र प्रदेश का पुराना वीडियो वायरल

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महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 29 जनवरी, 2022 को हिन्दू संगठनों ने 5 मांगे लेकर एक रैली का आयोजन किया. इस रैली में हिंदू जनजागृति समिति, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल (VHP) जैसे संगठनों के नेताओं के अलावा भारतीय जनता पार्टी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की पार्टी शिवसेना शिंदे गुट के कई नेताओं और विधायकों ने भाग लिया था. इसके बाद से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने महाराष्ट्र में हुई रैली में बाधा डालने का प्रयास किया था.

भाजपा कार्यकर्ता पंडित श्रीकांत उपाध्याय ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि महाराष्ट्र में मुस्लिम समाज के लोगों ने हिंदुओं की रैली में बाधा डालने का प्रयास किया. पुलिस की मुस्तैदी की वजह से सांप्रदायिक दंगा होने से बच गया. (आर्काइव लिंक)

रामपाल सिंह नाम के यूज़र ने भी वीडियो ट्वीट करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)

भाजपा कार्यकर्ता तरूण भाटी ने वीडियो इसी दावे के साथ ट्वीट किया. (आर्काइव लिंक)

कई अन्य यूज़र्स ने भी वीडियो को इसी दावे के साथ शेयर किया.

फ़ैक्ट-चेक

पड़ताल करने पर हमें मालूम चला कि ये वीडियो अप्रैल 2022 में आंध्र प्रदेश के नेल्लोर का है. ऑल्ट न्यूज़ ने 2022 में इस वीडियो के साथ वायरल एक अन्य दावे का फ़ैक्ट-चेक किया था. जब भाजपा नेताओं ने और मीडिया आउटलेट्स ने मस्जिद से पथराव और बीयर की बोतलें फेंके जाने का झूठा दावा किया था.

शोभा यात्रा में मौजूद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता और मस्जिद में मौजूद स्थानीय ने बताया था कि दोनों समुदाय के लोगों ने नारेबाज़ी की थी. और वहां पर नोकझोंक हुई थी जिसमें कुछ साइन दिखाए गए थे. मस्जिद से पत्थर या बीयर की बोतल नहीं फेंकी गई थी.

24 अप्रैल 2022 को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में इस घटना के वक़्त हनुमान शोभा यात्रा नेल्लोर के अल कुद्दुस मस्जिद के सामने से गुज़र रही थी. नेल्लोर के तत्कालीन SP सीएच विजया राव ने एक वीडियो में बयान देते हुए कहा था, “एक पॉइंट पर शोभायात्रा मस्जिद क्रॉस कर रही थी. डीजे की आवाज़ कुछ तेज़ थी और बाइक की आवाज़ भी युवाओं ने तेज़ कर दी…और वे ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे थे. वहीं, मस्जिद के अंदर मौजूद लड़कों ने ‘अल्लाह ओ अकबर’ चिल्लाना शुरू कर दिया और कुछ साइन दिखाने लगे. सिवाय इसके कोई पत्थर कोई बोतल फेंकने की घटना नहीं हुई और न ही कोई झड़प हुई.”

कुल मिलाकर, कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने अप्रैल 2022 में आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में हुई घटना को महराष्ट्र में हुए हिन्दू संगठनों की रैली से जोड़कर झूठे दावे के साथ शेयर किया.

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