ब्राजील में बोल्सोनारो के समर्थकों का संसद-सुप्रीम कोर्ट पर धावा, हुड़दंग देख आई कैपिटल हिल दंगे की याद, आखिर क्यों मचा बवाल?


हाइलाइट्स

पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो के समर्थकों ने कांग्रेस, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट पर धावा बोला.
प्रदर्शनकारियों का बड़ा समूह हरे और पीले रंग के झंडे लिए ब्रासीलिया में सत्ता के केंद्रों में घुस गया.
लोगों की भीड़ ने कांग्रेस के भवन में तोड़फोड़ की, सुप्रीम कोर्ट के मुख्यालय को रौंद डाला.

ब्रासीलिया. ब्राजील के धुर दक्षिणपंथी पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो (Jair Bolsonaro) के सैकड़ों समर्थकों ने रविवार को पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर कांग्रेस, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट पर धावा बोल दिया. उन्होंने इस दौरान भारी तोड़फोड़ की. जिसकी राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा (Luiz Inacio Lula da Silva) ने एक ‘फासीवादी’ हमला कहकर निंदा की. प्रदर्शनकारियों का बड़ा समूह हरे और पीले रंग के झंडे लिए ब्रासीलिया में सत्ता के केंद्रों में घुस गया. न्यूज एजेंसी एएफपी की एक खबर के मुताबिक लोगों की भीड़ ने संसद या कांग्रेस (Congress) की इमारत में तोड़फोड़ की, सुप्रीम कोर्ट के मुख्यालय को रौंद डाला और रैम्प से प्रेसिडेंशियल पैलेस तक चढ़ गए.

ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों के इस हमले ने 6 जनवरी, 2021 को अमेरिका की कैपिटल बिल्डिंग पर तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों के हंगामे की याद ताजा कर दी. जब ट्रंप समर्थकों ने वाशिंगटन में यूएस कैपिटल बिल्डिंग पर धावा बोल दिया और भारी तोड़फोड़ की थी. मौजूदा प्रेसीडेंट लूला घटना के समय दक्षिणपूर्वी शहर अरराक्वारा में गंभीर बाढ़ से प्रभावित एक इलाके का दौरा कर रहे थे. उन्होंने ब्रासीलिया में एक संघीय हस्तक्षेप की घोषणा करते हुए एक डिक्री पर हस्ताक्षर किए. जिससे उनकी सरकार को राजधानी में कानून और व्यवस्था बहाल करने के लिए विशेष अधिकार मिल गए. अक्टूबर के चुनाव में बोल्सनारो को हराकर एक हफ्ते पहले ही ब्राजील के राष्ट्रपति का पदभार संभालने वाले 77 वर्षीय अनुभवी वामपंथी नेता लूला ने कहा कि इन फासीवादी कट्टरपंथियों ने कुछ ऐसा काम किया है, जो इस देश के इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया है.

वामपंथी लूला डा सिल्वा बने ब्राजील के नए राष्ट्रपति, पिछले कामों के दम पर बोल्सोनारो को हराया

लूला ने कहा कि ‘हम पता लगाएंगे कि ये उपद्रवी कौन हैं और उन्हें कानून की पूरी ताकत के साथ खत्म किया जाएगा.’ गौरतलब है कि 30 अक्टूबर के चुनाव में बोल्सनारो को बुरी तरह से हराने के बाद से लूला को सत्ता संभालने से रोकने के लिए कट्टरपंथी बोल्सनारो के समर्थक ब्राजील में सेना के ठिकानों के बाहर प्रदर्शन करते हुए सैन्य हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों की भीड़ रविवार को कांग्रेस की इमारत की छत पर चढ़ गई और सेना से हस्तक्षेप की अपील की एक बैनर फहराया. सोशल मीडिया फुटेज में दंगाइयों को कांग्रेस भवन में घुसने के लिए दरवाजे और खिड़कियां तोड़ते हुए, फिर सामूहिक रूप से अंदर जाते हुए और सांसदों के कार्यालयों को तोड़ते हुए दिखाया गया है.

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