बजट 2023 में भी बुनियादी ढांचे पर रहेगा मोदी सरकार का जोर, लेकिन पुराने प्रोजेक्ट पीछे चल रहे


नई दिल्ली: केंद्रीय बजट 2023-24 में बुनियादी ढांचे, खासकर रेलवे और राजमार्ग निर्माण, के विकास पर केंद्र सरकार का जोर दिया जाना जारी रहने की उम्मीद है. हालांकि, आधिकारिक डेटा दर्शाता है कि जमीनी स्तर पर पिछले साल के बजट में घोषित कई प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर निर्माण कार्य लक्ष्य से पीछे चल रहा है.

सड़क एवं राजमार्ग क्षेत्र को उम्मीद है कि 2023-24 के बजट में उसका आवंटन बढ़ेगा, जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश करेंगी. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के दो वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, इस क्षेत्र का आवंटन 2022-23 में 1.99 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2023-24 में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक किए जाने के आसार हैं.

एक अधिकारी ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2022-23 में हमें जो बजट आवंटित किया गया था, वह फरवरी तक खत्म हो जाएगा.’

रेल मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि 2023-24 में इस क्षेत्र के लिए आवंटन लगभग 1.8 लाख करोड़ रुपये होने की संभावना है, जो 2022-23 में 1.4 लाख करोड़ रुपये था.

रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बजट में अपेक्षित कई घोषणाओं की सूची भी तैयार की है. इनमें नई पटरियां बिछाना, रेलवे बेड़े में सेमी-हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेनों को शामिल करना और हाइड्रोजन-चालित ट्रेनों की शुरुआत के साथ-साथ अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए आवंटन बढ़ाना शामिल है.

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