पाकिस्तानी बॉलर की 142KMPH बाउंसर: रउफ की बॉल डी-लीड के हेलमेट में घुसी, रिटायर हर्ट हुए

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स्पोर्ट्स डेस्कएक घंटा पहले

नीदरलैंड और पाकिस्तान के बीच मैच के दौरान ये घटना हुई।

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रउफ ने नीदरलैंड के खिलाफ ऐसी बाउंसर डाली कि बल्लेबाज बास डी लीड रिटायर हर्ट होकर वापस लौट गए। हारिस ने 142 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बाउंसर डाली थी। इस मैच में वे सबसे तेज रफ्तार बॉलर भी रहे। उन्होंने 148.6 किमी. की रफ्तार से भी गेंद फेंकी।
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इस तरह रिटायर हर्ट हुए डी-लीड

नीदरलैंड के बैटर डी-लीड क्रीज पर थे और गेंदबाज थे हारिस रउफ। छठा ओवर चल रहा था। तभी हारिस ने तेज रफ्तार बाउंसर डाली, जो डी-लीड के हेलमेट की ग्रिल तोड़कर घुस गई। गेंद डी-लीड की आंख के पास जाकर लगी। उनकी बाईं आंख के नीचे बड़ा कट लग गया और खून बहने लगा। आंख बाल-बाल बची।

स्टेडियम में मौजूद फैंस की सांसें अटक गई थीं। इसके तुरंत बाद फिजियो को बुलाया गया और डी-लीड रिटायर हर्ट होकर वापस लौट गए। उन्होंने 6 रन बनाए थे। वे दोबारा बैटिंग करने नहीं आए।

हारिस रउफ की यही खतरनाक बाउंसर जाकर बेस डी लीड को लगी थी। फोटो हॉटस्टार से ली गई है।

हारिस रउफ की यही खतरनाक बाउंसर जाकर बेस डी लीड को लगी थी। फोटो हॉटस्टार से ली गई है।

हारिस इंग्लिश बैटर को भी फेंक चुके हैं खतरनाक बाउंसर
हारिस रउफ ने वर्ल्ड कप से पहले इंग्लैंड और पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई सीरीज में भी ऐसी ही खतरनाक गेंदबाजी की थी। इंग्लैंड के युवा बल्लेबाज हैरी ब्रूक टी-20 सीरीज के तीसरे मुकाबले में हारिस की गेंद पर बाल-बाल बचे थे।

इस मैच के 17वें ओवर में हारिस रउफ आए थे। ओवर की चौथी गेंद उन्होंने शॉर्ट पिच डाली और ब्रूक ने उसे पुल करने की कोशिश की। बल्ले के ऊपरी किनारे पर लगने के बाद गेंद उनके हेलमेट की ग्रिल में घुस गई। 10 मिनट तक मैच रुका रहा और इसके बाद डॉक्टर मैदान पर आए, चोट ज्यादा गंभीर नहीं थी और ब्रूक ने बल्लेबाजी जारी रखी।

इंग्लैंड के खिलाफ हारिस रउफ की खतरनाक बाउंसर हैरी ब्रूक के हेलमेट में अटक गई थी।

इंग्लैंड के खिलाफ हारिस रउफ की खतरनाक बाउंसर हैरी ब्रूक के हेलमेट में अटक गई थी।

बाउंसर से हुई थी ऑस्ट्रेलियाई ह्यूज की मौत
हेलमेट के बावजूद सिर पर चोट लगने से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जो फिलिप ह्यूज की मौत हो चुकी है। 2014 में 25 नवंबर को सिडनी में साउथ ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच खेले गए मैच के दौरान फिलिप को हेलमेट के पीछे सिर पर गेंद लग गई थी। वह वहीं पर गिर पड़े थे।

दो दिन कोमा में रहने के बाद उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों के व्यवहार में भी बदलाव आया। अब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी चोट लगने के बाद तुरंत जाकर बल्लेबाजों का हालचाल पूछते हैं।

फिलिप ह्यूज की 2014 में हेलमेट पर लगी चोट के कारण मौत हो चुकी है।

फिलिप ह्यूज की 2014 में हेलमेट पर लगी चोट के कारण मौत हो चुकी है।

हेलमेट में हुए बदलाव और कन्कशन टेस्ट अनिवार्य

  • फिलिप ह्यूज की मौत के बाद गेंदबाजी के लिए कुछ गाइडलाइन भी जारी की गईं। बैटिंग हेलमेट को पहले से और मजबूत बनाया गया। उनमें सुधार किए गए। हेलमेट बनाने वाली कंपनियों ने हेलमेट में बदलाव किया।
  • हेलमेट के बैक रिम के नीचे एक गार्ड जोड़ा गया।
  • कन्कशन टेस्ट को अनिवार्य किया। चोट लगने के बाद ग्राउंड पर मेडिकल टीम को बुलाया जाता है। फिजियो ग्राउंड पर जाकर कुछ बुनियादी बातों को ख्याल में रखकर खिलाड़ी की जांच करता है।
  • फीजियो खिलाड़ी का संतुलन जांचता है और उससे पूछता है कि क्या उसे चक्कर आ रहे हैं? या उल्टी आ रही है?
  • फीजियो खिलाड़ी की याददाश्त की भी जांच करता है, इसके लिए कुछ सवाल पूछे जाते हैं- जैसे कि शहर का नाम और कुछ अन्य सवाल।
  • साथ ही खिलाड़ी को कुछ पढ़ने के लिए भी दिया जाता है। देखा जाता है कि क्या वह इन सब प्रक्रियाओं के दौरान सामान्य था। इसके बाद ही आगे का फैसला किया जाता है।

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