नेपाल प्लेन क्रैश पर छलका तरुणी के पिता का दुख: बोले- बेटी को पहले ही हादसे का अहसास हो गया था, वो ट्रिप पर नहीं जाना चाहती थी


44 मिनट पहले

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15 जनवरी को नेपाल में एक प्लेन क्रैश हुआ। इस हादसे में पायलट समेत 68 लोगों की जान चली गई। सोशल मीडिया पर हादसे के वीडियोज हर रोज सामने आ रहे हैं, जो दिल दहला देने वाले हैं। इस तरह का हादसा नेपाल में पहली बार नहीं हुआ, इससे पहले साल 2012 में भी नेपाल में ठीक ऐसा ही हादसा हुआ था। उस हादसे में रसना गर्ल और पा फेम चाइल्ड एक्ट्रेस तरुणी सचदेव की मौत हो गई थी। वो अपनी मां गीता सचदेव के साथ सफर कर रहीं थीं। 11 साल बाद हुए इस हादसे ने तरुणी के पिता हरीश सचदेव का जख्म एक बार फिर ताजा कर दिया। मीडिया से बातचीत के दौरान तरुणी के पिता ने बेटी को खोने का दर्द साझा किया है।

फायदे के लिए ये लोग किसी की जान की परवाह भी नहीं करते – हरीश सचदेव
इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान तरुणी के पिता ने कहा- ‘मैंने जब प्लेन क्रैश की खबर सुनी, तो मुझे बहुत गुस्सा आया। ये लोग अभी भी अलर्ट नहीं हो रहे हैं। पता नहीं कितने लोगों की जान गई है, अभी ये कितनी जानें और लेना चाहते हैं। इनके प्लेन्स ही काफी पुराने हैं। फायदे के लिए ये लोग किसी की जान की परवाह भी नहीं करते हैं। इस लापरवाही की वजह से ही मेरी बेटी और बीवी मुझसे दूर हो गईं। आज भी इस तरह के हादसे की खबर सुनकर मैं सहम जाता हूं।’
हरीश आगे कहते हैं- ‘मैं उन परिवार वालों के दुख को महसूस कर सकता हूं, जिन्होंने इस हादसे में अपनों को खो दिया है। भगवान उन्हें इस दुख से उबरने की शक्ति दे।’

हरीश को याद आए 11 साल पुराने जख्म
हादसे के उस दिन याद करते हुए हरीश ने कहा- ‘मैं मुंबई में था और मेरी पत्नी और बेटी दर्शन करने के लिए नेपाल गए थे। मेरी बेटी उस यात्रा पर बिल्कुल भी नहीं जाना चाहती थी। उसने मुझसे कहा था पापा गोवा चलते हैं, वहां जाकर पैराग्लाइडिंग करेंगे। मेरी पत्नी अपनी टीम के साथ दर्शन करने जा रहीं थीं, इसलिए उन्होंने तरुणी को भी अपने साथ ले लिया। हालांकि, इस बात की खुशी है कि उसने मौत से पहले अपनी ख्वाइश पूरी कर ली थी, मेरी वाइफ ने मुझे कॉल करके बताया था कि उसने पोखरण में पैराग्लाइडिंग कर ली है।’

तरुणी को पहले ही हो गया था हादसे का अहसास- हरीश
हरीश ने आगे बताते हैं- मुझे लगता है तरुणी को पहले ही एहसास हो गया था कि कुछ बुरा होने वाला है। फ्लाइट में बैठने के बाद उसने अपनी दोस्त को मैसेज किया था कि अगर ये प्लेन क्रैश हो जाता है, तो मैं तुम्हें बता दूं कि आई लव यू।’ यह तरुणी का आखिरी मैसेज था।

स्प्रिचुएलिटी की वजह से मैं सर्वाइव कर पाया- हरीश
हरीश बताते हैं- ‘हादसे के बाद मेरा कुछ नहीं बचा था। मेरा कोई भी अपना नहीं था। जिन लोगों के साथ नेपाल पहुंचा, उन्होंने मुझे संभाला। उस हादसे के बाद अपनी वाइफ की तरह मैं भी भक्ति में लग गया। अब मैं पूरी तरह स्प्रिचुएलिटी में यकीन करता हूं। मैंने घर पर ही मंदिर बना लिया है और वहीं पूजा में लगा रहा हूं। स्प्रिचुएलिटी की वजह से ही शायद मैं सर्वाइव कर पाया हूं।’

लोग लाशों के बीच से सामन तक उठाकर ले जाते हैं- हरीश
हादसे को बाद हरीश को अपनी पत्नी और बेटी का शव हासिल करने में भी बहुत मशक्कत करनी पड़ी। लोग उनकी पत्नी और बेटी का सारा सामान उठाकर ले गए। हरीश ने कहा- मुझे यह देखकर काफी दुख होता है कि लोग लाशो के बीच से भी सामान उठाकर ले जाते हैं। मेरी पत्नी अपने साथ कैश, ज्वेलरी, नया फोन लेकर गई थीं। उनके पास करीब 4 लाख का समान था, मुझे उनमें से कुछ भी नहीं मिला। लेकिन जिस व्यक्ति ने अपनी बेटी और बीवी को खो दिया हो, उसके सामने ये क्या ही होगा।

मुझे उस वक्त लोगों की लालच देखकर बहुत अफसोस हुआ। इस पूरे हादसे में मुझे मेरी बेटी का फोन और एक डीवीडी कैसेट मिल पाया था। मुझे की बॉडी और सामान के लिए भी नेपाल में बहुत भटकना पड़ा।

नेपाल सरकार से मुआवजे में मिले 7 लाख
मुझे उम्मीद थी कि इस दौरान मुझे नेपाल एंबेसी से मदद मिलेगी, लेकिन मुझे कोई सपोर्ट नहीं मिला। मेरा एक दोस्त एक्ट्रेस मनीषा कोइराला से परिचित था, तो उनके परिवार ने मेरी बहुत मदद की। नेपाल सरकार की तरफ से मुझे 7 लाख का मुआवजा मिला।

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