जेपी समूह के लिए बुरी खबर, दिवालिया होने के कगार पर पहुंची कंपनी, नहीं चुकाया 4059 करोड़ का लोन

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Bank Loan Defaulters JP Associates: जयप्रकाश समूह यानि जेपी ग्रुप (JP Group) से बुरी खबर सामने आ रही है. जेपी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (Jaiprakash Associates Ltd) को बैंक लोन डिफॉलटर घोषित कर दिया है. बताया जा रहा है कि जयप्रकाश एसोसिएट्स ने 4,059 करोड़ रुपया का लोन नहीं चुकाया है. जिसके चलते उसे कई बैंकों ने डिफॉल्ट घोषित किया है. इसमें प्रिंसिपल और ब्याज की दोनों ही राशि शामिल हैं.

जानिए जेपी एसोसिएट्स ने क्या कहा 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) ने अपनी एक रेगुलेटरी फाइलिंग में जानकारी दी है कि कंपनी ने 31 दिसंबर को 1,713 करोड़ रुपये की प्रिंसिपल राशि और 2,346 करोड़ रुपये के ब्याज की रिपेमेंट पर डिफॉल्ट किया गया था. जबकि लोन अलग-अलग बैंकों से संबंधित हैं.

क्या है पूरा मामला 

इस मामले को शुरुआत से समझने की कोशिश करें. सितंबर 2018 में, आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड के खिलाफ इंसोल्वेंसी याचिका दायर की. लेकिन मामला अभी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की इलाहाबाद बेंच के पास लंबित है. देश के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI Bank) ने इस साल सितंबर 2022 में जेएएल के खिलाफ एनसीएलटी का दरवाजा खटखटाया था. इसमें 15 सितंबर 2022 की तारीख के अनुसार, कुल 6,893.15 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट का दावा किया था.

डालमिया को बेचे सीमेंट एसेट्स 

जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड और उसकी ग्रुप कंपनियों ने पिछले साल 2022 के दिसंबर महीने में उसके बाकी सीमेंट एसेट्स को डालमिया भारत लिमिटेड (Dalmia Bharat Limited) को बेचने का ऐलान किया था. इसे 5,666 करोड़ रुपये की एंटरप्राइज वैल्यू पर बेचा. बकाया घटाने के लिए कंपनी इस सेक्टर से बाहर आना चाह रही है. इससे पहले, डेट रेजॉल्यूशन की प्रक्रिया के तहत, जेएएल ने आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) की कंपनी अल्ट्राटेक सिमेंट (UltraTech Cement) को साल 2014 और 2017 के बीच सालाना 20 मिलियन टन से ज्यादा सीमेंट कैपेसिटी बेची है.

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कंपनी ने बेची अपनी हिस्सेदारी

जेपी ग्रुप ने डालमिया ग्रुप को साल 2015 में, 2 मिलियन टन से ज्यादा सीमेंट कैपेसिटी की नियंत्रण हिस्सेदारी बेची है. इस बारे में जेएएल के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन मनोज गौड़ ने कहा था कि कंपनी अपने कर्ज को घटाने और कर्जदाताओं को पुनर्भुगतान करने के लिए कदम उठा रही है. जेपी ग्रुप की कंपनियों ने कहा था कि डिसइंवेस्टमेंट में 9.4 मिलियन टन की कुल क्षमता वाले सीमेंट प्लांट, 6.7 मिलियन टन की क्षमता वाली क्लिंकर असेट्स और 280 मेगावाट क्षमता का थर्मल पॉवर प्लांट शामिल हैं.

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