जयपुर की ये भूतिया जगह नहीं हैं किसी खतरे से कम, Dahan सीरीज भी लगेगी इनके सामने फीकी


भूत, प्रेत और आत्मा के बारे में अक्सर कितनी बातें होती हैं, लेकिन हर कोई इन बातों को ये काटकर टाल देता है कि भूत-वूत कुछ नहीं होता, ये सब कहने वाली बातें होती हैं। हालांकि, कहते हैं कि जो लोग आध्यात्मिक चीजों पर विश्वास रखते हैं, वो ऐसी भूतिया और डरावनी चीजों को भी मानते हैं। अब आप मानते हो या नहीं मानते हो, लेकिन देश में कई ऐसी भूतिया जगह हैं, जिनकी मात्र कहानियां सुनकर ही लोगों के दिल में डर बैठ जाता है। अब कहानियों में इतना दम है, तो सोचिए वो जगह कितनी भयावह होंगी। कुछ ऐसी जगहों के बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं। जयपुर में ऐसी कई डरावनी और भूतिया जगह हैं, जिनसे जुड़ी घटनाओं के आगे ‘दहन’ सीरीज भी फीकी लगेगी।
(फोटो साभार : left : indiatimes)

भानगढ़ किला – Bhangarh Fort

-bhangarh-fort

यह सबसे प्रसिद्ध प्रेतवाधित किला जयपुर और अलवर के बीच स्थित है और भारत की सबसे भूतिया जगहों में आता है। ये जगह स्पिरिट वर्ल्ड मिस्ट्री से इतनी घिरी हुई है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने भी एक नोटिस जारी किया है जिसमें कहा गया है कि शाम 5 बजे के बाद किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है। कई यात्रियों ने यहां रात के दौरान किसी के दिखने, शोर, संगीत और चीख-पुकार जैसी आवाजें सुनी हैं। किला इस तरह से बना हुआ है कि यहां घुसते ही आपको डरावनी फीलिंग आने लगेगी।

कहा: जयपुर-अलवर रोड पर, जयपुर से 4 घंटे की दूरी पर

बीवी-बच्चों की हुई बल्ले-बल्ले, खत्म हुआ शिमला जाने का 8 घंटे का बोर सफर, फ्लाइट में धाएं से 1 घंटे में हिमाचल

नाहरगढ़ किला – Nahargarh Fort

-nahargarh-fort

नाहरगढ़ किला भी जयपुर के टॉप भूतिया स्थानों में से एक है। पौराणिक कथाओं से जानकारी मिली है कि नाहर सिंह भोमिया की आत्मा ने इस जगह को प्रेतावधित बनाया हुआ है। जब महाराजा सवाई सिंह ने इस किले को बनाने की कोशिश की तो वहां पर हुई अशांति की वजह से नाहर सिंह की आत्मा नराज हो गई। आपको बता दें, कुछ साल पहले यहां अज्ञात शव भी लटका पाया गया था, जिसके साथ एक संदेश पर लिखा हुआ था कि यह फिल्म पद्मावत की रिलीज के खिलाफ है। अंधेरा होने के बाद यहां जाने की अनुमति नहीं है।

इन 5 शहरों से सीधे पहुंचें वियतनाम, फ्लाइट में मिलेगा इंडियन खाना और नजारे दिखेंगे ऐसे जिन्हें भूल न सकेंगे

जल महल पैलेस – Jal Mahal Palace

-jal-mahal-palace

इस महल को तैरते हुए महल के रूप में भी जाना जाता है, यह जयपुर में मान सागर झील के बीच में बना है। चार मंजिल पानी के नीचे हैं, तो वहीं पांचवी मंजिल पानी के ऊपर दिखती है। यहां भी अजीबो गरीब घटनाएं और नजारे देखने को मिलते हैं, जैसे महल के अंदर कोई चीख-पुकार कर रहा है। ये पानी के नीचे बने होने की वजह से सीवेज की समस्याओं के कारण खंडहर में बदल गया था। इस वजह से भी ये जगह यहां डरावनी मानी जाती है।

40,000 से भी कम में घूमें बाली, इस तरह से प्‍लान करें ट्रिप तो ठहरने से लेकर खाना सबकुछ पड़ेगा बहुत सस्‍ता

(फोटो साभार : wikimedia commons)

बृज राज भवन – Brij Raj Bhawan

-brij-raj-bhawan

यपुर से करीबन 4 घंटे की दूरी पर कोटा में स्थित यह औपनिवेशिक महल अब एक हेरिटेज होटल में परिवर्तित हो गया है। कहते हैं कि एक ब्रिटिश मेजर चार्ल्स बर्टन की यहां भारतीय सैनिकों द्वारा 1857 के विद्रोह में हत्या कर दी गई थी और उन्हीं की आत्मा यहां भटकती रहती है। ऐसा माना जाता है कि ये आत्मा आज भी लोगों से मदद की गुहार लगा रही होती है। ये आत्मा यहां आने वाले लोगों को थप्पड़ भी लगाती है। यहां आते ही लोगों को आवाजें सुनाई देने लगती हैं और पैरों में ठंड भी लगने लगती है।

दिल्ली को बचाने के बजाए सुल्तान ने पहले की अपनी जान की परवाह, करीबियों के साथ छिपने के लिए चुना था ये मकब

(फोटो साभार : Toi.com)

राणा कुंभा पैलेस – Rana Kumbha Palace

-rana-kumbha-palace

चित्तौड़गढ़ में, यह महल रानी पद्मिनी की कथा के लिए जाना जाता है, जिन्होंने दिल्ली के सुल्तान – अलाउद्दीन खिलजी से खुद को बचाने के लिए सैकड़ों अन्य महिलाओं के साथ आत्मदाह कर लिया था। ऐसा कहा जाता है कि यहां उन सभी महिलाओं की आत्माएं भटकती हैं, जिनको अभी तक शांति नहीं मिली है। यहां कई महिलाओं के रोने और चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं। यहां कई लोगों ने जले हुए चेहरे के साथ रानी की तरह कपड़े पहने एक महिला को देखा है।

स्विट्जरलैंड घूमने के लिए नहीं पड़ेगी लाखों खर्च करने की जरूरत, भारत में ही बसे हैं 6 मिनी स्विट्जरलैंड

(फोटो साभार : wikimedia commons)

डिस्क्लेमर :”इस लेख में बताई गई किसी भी जानकारी/सामग्री में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें।”



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *