काजल को गफ़्फ़ार ने फ्रीज़ में पैक कर मार डाला? पुरानी तस्वीरें सांप्रदायिक ऐंगल के साथ शेयर


[ चेतावनी: तस्वीरें विचलित कर सकती हैं. ]

तस्वीरों का एक कोलाज सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें एक लड़की फ्रीज़र में नग्न अवस्था में मृत पड़ी है. इन तस्वीरों को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर काजल नामक लड़की की है जो गफ़्फ़ार नाम के शख्स के साथ रिलेशनशिप में थी. कहा गया है कि 7 मुस्लिम लड़कों ने इसके साथ रेप किया और इसे ज़िन्दा फ्रिज में बंद कर दिया जिसकी वजह से इसकी मौत हो गई. वायरल पोस्ट में ये भी दावा किया गया है कि लड़की के मौत हो जाने के बाद गफ़्फ़ार मियां और उसके साथियों ने लड़की के शव के साथ फिर से बलात्कार किया और उसे वापस फ्रिज में रख दिया.

योगी योगेश अग्रवाल ने तस्वीर ट्वीट करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)


सुनील बोरकर नाम के यूज़र ने भी तस्वीरों के साथ ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)


ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर (+917600011160) पर भी इस दावे को फ़ैक्ट-चेक करने की रिक्वेस्ट मिली.


फ़ैक्ट-चेक

हमने असम में ऐसे मिलते जुलते घटनाओं के बारे में सर्च किया. हमें वायरल पोस्ट्स में किये गए दावों जैसी कोई ख़बर नहीं मिली. इसके बाद हमने वायरल कोलाज के एक तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें ये तस्वीर 2010 में पब्लिश की गई एक ब्लॉग पर मिली. इस ब्लॉग में वायरल कोलाज में मौजूद सभी तस्वीरें थीं. हालांकि, इस ब्लॉग में घटना का स्थान और तारीख का उल्लेख नहीं किया गया है. हमें 2010 में पुर्तगीज भाषा में पब्लिश किया गया एक दूसरा ब्लॉग भी मिला जिसमें वायरल तस्वीर मौजूद है. इस ब्लॉग में घटना का स्थान उसास्को, ब्राज़ील बताया गया है. समय-समय पर इस तस्वीर का इस्तेमाल अलग अलग घटनाओं से जोड़कर होता रहा है. 2021 में याहू न्यूज़ ने तस्वीर को वेनेज़ुएला में हुई ऐसी ही एक घटना से जोड़कर चलाया था. हालांकि, ऑल्ट न्यूज़ इस बात की पुष्टि नहीं करता कि ये तस्वीर कब की है और कहां की है. लेकिन इतना तो साफ है कि ये तस्वीर कम से कम 12 साल पुरानी है और असम की नहीं है.


असम पुलिस ने एक ब्लॉग का लिंक ट्वीट करते हुए बताया कि ये तस्वीर 2010 के पुर्तगीज ब्लॉग की है. इसे ग़लत संदर्भ के साथ शेयर किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने ये चेतावनी दी कि ऐसे भ्रामक मेसेज शेयर करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.

नोट: इस ट्वीट मे जिस लिंक को ओरिजनल सोर्स बताया गया है, ऑल्ट न्यूज़ उससे इत्तेफाक नहीं रखता.

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया यूज़र्स ने पुरानी तस्वीरों को सांप्रदायिक ऐंगल देकर भ्रामक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं. श्रद्धा हत्याकांड के बाद हमने ये देखा है कि सोशल मीडिया पर हिन्दू लड़की और मुस्लिम लड़के का नाम देकर ‘लव जिहाद’ का भ्रामक दावा किया जाने लगा है.

 

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