इमरान का वादा- सत्ता आने पर बाजवा पर एक्शन नहीं: पाकिस्तान के पूर्व PM बोले- उनकी साजिश से ही सरकार गिरी, पर यह मेरा निजी विवाद

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लाहौरएक घंटा पहले

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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा पर साजिश करके उनकी सरकार गिराने का आरोप लगाया है। इमरान ने कहा- बाजवा ने देश पर चोरों को थोप दिया था। लेकिन उनके साथ मेरा ये विवाद व्यक्तिगत है। सत्ता में वापसी करने पर मैं बाजवा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करुंगा। इमरान ने रविवार को अपने लाहौर वाले घर में काउंसिल ऑफ पाकिस्तान न्यूजपेपर एडिटर्स (CPNE) के प्रतिनिधियों से ये बातें कहीं।

इस दौरान उन्होंने बताया- नए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) जनरल आसिम मुनीर ने कहा है कि वे निष्पक्ष रहेंगे। लेकिन विधानसभा भंग होने के तीन महीने के भीतर चुनाव कराना उनकी निप्षक्षता की सबसे बड़ी परीक्षा होगी।

इमरान ने कहा कि उन्होंने बाजवा को शहबाज शरीफ के भ्रष्टाचार में शामिल होने के बारे में बताया था।

इमरान ने कहा कि उन्होंने बाजवा को शहबाज शरीफ के भ्रष्टाचार में शामिल होने के बारे में बताया था।

बाजवा के लिए भ्रष्टाचार कोई मुद्दा ही नहीं था

इमरान ने कहा- मैंने जनरल बाजवा से कहा था कि अगर हम सबसे ज्यादा करप्शन करने वाले 10-12 लोगों को पकड़ लेते हैं तो बाकी सब सही रास्ते पर आ जाएंगे। लेकिन मुझे बाद में पता चला कि जनरल बाजवा के लिए भ्रष्टाचार कोई मुद्दा ही नहीं था। मैंने जनरल बाजवा को पीएम शहबाज शरीफ के 16 बिलियन रुपए के भ्रष्टाचार मामलों में शामिल होने के बारे में भी जानकारी दी थी।

पूर्व सेना प्रमुख ने भ्रष्टाचारी लोगों को दी क्लीन चिट

इमरान ने इससे पहले कहा था कि पूर्व सेना प्रमुख ने ‘नेशनल रीकॉन्सीलिएशन ऑर्डिनेंस-2’ के तहत भ्रष्टाचारियों की गैंग को क्लीन चिट दे दी थी। इसके चलते शहबाज शरीफ का बेटा और भगोड़ा सलमान शहबाज भी अब देश वापस आ गया है। सलमान शहबाज पिछले चार सालों से लंदन में निर्वासन में रह रहे थे। इमरान ने कहा- सलमान शहबाज जो मसूद चपरासी वाले मामले में भगोड़ा था। वह लौट आया है और हमें उपदेश दे रहा है। वहीं नवाज शरीफ भी वतन वापसी की योजना बना रहे हैं।

इमरान ने कहा कि नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी ने भी तोशाखाना से गाड़ियां खरीदी थीं

इमरान ने कहा कि नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी ने भी तोशाखाना से गाड़ियां खरीदी थीं

नवाज शरीफ ने भी खरीदी थी तोशाखाना से गाड़ी

इमरान ने कहा कि उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार हुआ होता तो विरोधी पार्टियां उस बात को जरूर उठाती। लेकिन भ्रष्टाचार नहीं हुआ है इसलिए तोशाखाना मुद्दे को उछाल रही हैं। इमरान ने कहा- तोशाखान कोई म्यूजियम नहीं है। अगर मैं उन घड़ियों को नहीं खरीदता तो नीलामी के दौरान कोई और खरीद लेता। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (PML-N) के सुप्रीमो नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी ने भी तोशाखाना से मंहगी गाड़ियां खरीदी थीं।

कोरोना ना होता तो बेहतर होती पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था

इमरान ने कहा कि अगर कोरोना वायरस ना आया होता तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बेहतर होती। चीन में दो साल लॉकडाउन रहने की वजह से भी पाकिस्तान को नुकसान हुआ। देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट हो रही है, लोगों की आय कम हो रही है, ऐसे में कर्ज कैसे चुकाया जा सकता है। अगर कानून का राज नहीं होगा तो कोई देश आगे कैसे बढ़ेगा।

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तोशाखाना स्कैंडल:सरकारी रिपोर्ट में खुलासा- इमरान को करोड़ों रुपए की घड़ियां गिफ्ट में मिलीं, इन सभी को बेच दिया

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान फिर सुर्खियों में हैं। एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, खान ने दूसरे देशों से तोहफे में मिली 3 घड़ियां बेच कर 3 करोड़ 60 लाख रुपए (पाकिस्तान की करंसी) कमाकर अपनी जेब के हवाले कर दिए। रिपोर्ट के मुताबिक, खान ने 15 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत वाली इन घड़ियों को गैर-कानूनी रुप से बेच कर करोड़ों रुपए कमाए। पढ़ें पूरी खबर..

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