हर उम्र में दिमाग तेज रखने का मिल गया उपाय, फॉलो करें 5 सिंपल स्‍टेप, ले सकेंगे स्मार्ट डिसीजन


हाइलाइट्स

आप अपने दिमाग को सक्रिय करना सीख जाएं तो ऐसी समस्‍याओं से बच सकते हैं.
उच्च स्तर की शिक्षा वृद्धावस्था में भी आपके ब्रेन की क्षमता को बढ़ाए रखने में मदद करती है.

How To Keep Your Brain Sharp At Any Age:  ब्रेन को एक्टिव रखना और स्‍मार्ट डिसीजन लेना हर उम्र में जरूरी होता है. यह किसी हद तक इंसान के अपने हाथ में ही होता है. जब हम हर निर्णय दूसरों पर छोड़ देते हैं और अपने दिमाग का इस्‍तेमाल ही नहीं करते तो धीरे-धीरे ब्रेन रिलैक्‍स होने लगता है और हम भूलने लगते हैं. लेकिन, कई बार यह भी पाया गया है कि उम्र बढ़ने के साथ मेमोरी लॉस होना ऑरगेनिक डिसऑर्डर, ब्रेन इंजरी या न्‍यूरोलॉजिकल डिजीज की वजह से होता है. शोधों में यह पाया गया  है कि अगर आप बुनियादी अच्‍छी आदतों को हर उम्र में अपनाएं तो ये डिमेंशिया और मेमोरी लॉस के खतरे को रोकने में मदद कर सकता है. जानते हैं कि ब्रेन शार्प रखने के लिए हमें किन सिंपल स्टेप को हर उम्र में फॉलो करना चाहिए.

हर उम्र में रखें ब्रेन को तेज
हेल्‍थ हारवर्ड के अनुसार, स्मृति और अन्य संज्ञानात्मक परिवर्तन हमें निराश कर सकते हैं, लेकिन अच्छी खबर यह है कि अगर आप अपने दिमाग को सक्रिय करना सीख जाएं तो ऐसी समस्‍याओं से आप बच सकते हैं. संज्ञानात्मक फिटनेस बनाए रखने के लिए हम प्‍लान बना सकते हैं और उन्‍हें फॉलो कर सकते हैं.

ब्रेन तेज करने के तरीके

सीखते रहें
उच्च स्तर की शिक्षा वृद्धावस्था में भी आपके ब्रेन की क्षमता को बढ़ाए रखने में मदद करती है. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि उन्नत शिक्षा इंसानों को मानसिक रूप से सक्रिय रहने की आदत डाल देता है जिससे स्मृति को मजबूत रखने में मदद मिलती है. इसके अलावा, मेंटल एक्‍सरसाइज भी मस्तिष्क कोशिकाओं को बनाए रखने में मदद करती हैं.  ब्रेन को एक्टिव रखने के लिए कोई नया कौशल सीखना, स्वेच्छा से काम करना या सलाह देना आपके दिमाग को तेज रखने का बेस्‍ट तरीका है.

इसे भी पढ़ें-क्या खाने के बाद आपका भी बढ़ जाता है शुगर ? 30 मिनट पहले लें सिर्फ एक चीज, गारंटी से कम होगा डायबिटीज

सभी इंद्रियों का करें प्रयोग
आप किसी चीज को सीखने में जितनी अधिक इंद्रियों का उपयोग करेंगे, आपके दिमाग का उतना ही अधिक हिस्सा स्मृति को बनाए रखने में मदद करेगा. इसलिए जब आप नई चीजें सीखें या नई जगह पर जाएं तो उन जगहों को हर तरह से जानने का प्रयास करें और संभव हो तो उन्‍हें छूकर, सूंघकर, महसूस कर देखें. इससे आप उसे बेहतर तरीके से याद रख पाएंगे.

खुद पर रखें विश्वास
याददाश्‍त कमजोर होने पर सबसे पहले लोगों का आत्‍मविश्‍वास घटता है. लोग दूसरों की मदद हर बात में लेने लगते हैं. पाया गया है कि जो लोग अपनी याददाश्‍त पर संदेह करते हैं उन्‍हें याद करने में अधिक मुश्किल का सामना करना पड़ता है. इसलिए खुद पर भरोसा रखें और हर संभव दिमाग पर जोर डालकर याद करने का प्रयास करें.

अपने दिमाग को दें प्राथमिकता
अगर आप बार बार छोटी छोटी चीजों को भूल रहे हैं तो शक पैदा करने की बजाय कुछ उपाय निकालें. मसलन, आपने अपनी चाबियां कहां रखी हैं या अपनी पोती के जन्मदिन की पार्टी का समय क्‍या है, ऐसी चीजों को याद रखने के लिए आप नोटबुक स्‍मार्टफोन, कैलेंडर आदि का इस्‍तेमाल करें. अपने चश्मे, पर्स, चाबियों और आपके द्वारा अक्सर उपयोग की जानों की एक जगह बनाएं और हमेशा वहीं सारी चीजों का रखें.

इसे भी पढ़ें-भूलकर भी रात को लाइट जलाकर न सोएं, मद्धिम रोशनी भी दे सकती दिल की बीमारियों को दावत, स्टडी में किया दावा

बार-बार दोहराएं
अगर आप किसी ऐसी चीज को याद रखना चाहते हैं जिसे आपने अभी-अभी सुना, पढ़ा या सोचा है, तो उसे ज़ोर से दोहराएं या उसे लिख लें. इस तरह आप मेमोरी या कनेक्शन को सुदृढ़ कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, आपको अभी किसी का नाम बताया गया है, तो जब आप उससे बात करें तो उसका बार-बार नाम लें.

Tags: Health, Lifestyle, Mental health



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *