
गेहूं को खुले बाजार में बेचकर दामों को कम करने का प्रयास किया जा रहा है.
नई दिल्ली:
आटे के भाव को काबू में रखने के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने बुधवार को पहली ई-नीलामी के जरिए 20 से अधिक राज्यों में मुक्त बाजार के लिए बेचे जाने के लिए 8.88 लाख टन गेहूं बेचा. एफसीआई ने गेहूं की मुक्त बाजार बिक्री योजना (घरेलू) में ई-नीलामी के लिए 25 लाख टन गेहूं भंडारण में से 22 लाख टन अनाज की पेशकश की है.
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उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की गुरुवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार पहली ई-नीलामी एक फरवरी 2023 को हुई जिसमें 1100 से अधिक बोली लगाने वाले जुड़े थे. बयान के मुताबिक 22 राज्यों में ई- नीलामी के पहले दिन गेहूं की 8.88 लाख टन की मात्रा बेची गई.
ई-नीलामी के माध्यम से गेहूं की बिक्री पूरे देश में मार्च 2023 के दूसरे सप्ताह तक प्रत्येक बुधवार को दो बजे तक जारी रहेगी.
केंद्र ने सरकारी पीएसयू/सहकारी समितियों/संघों जैसे केंद्रीय भंडार, एनसीसीएफ और नैफेड को आटा बनाने के लिए भी 2350 रुपये प्रति क्विंटल की रियायती दर पर तीन लाख टन गेहूं आरक्षित किया है. इसके तहत आटा लोगों को अधिकतम 29.50 रुपये प्रति किलो के भाव पर देना होगा.
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