भारत से मच्छरदानियां खरीद सकता है PAK: 26 जिलों में 71 लाख की जरूरत; बाढ़ के बाद 3 जानलेवा बीमारियों का खतरा


इस्लामाबाद7 घंटे पहले

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पाकिस्तान में बाढ़ तो थम गई है, लेकिन इसके बाद फैल रही बीमारियां भी जानलेवा साबित हो रही हैं। बाढ़ और बीमारियों से अब तक 1600 लोगों की मौत हो चुकी है। मलेरिया, डायरिया और स्किन इन्फेक्शन्स से भी लोग मारे जा रहे हैं। अब मलेरिया से बचाव के लिए पाकिस्तान सरकार भारत से मच्छरदानी खरीदने पर विचार कर रही है। 26 जिलों में करीब 71 लाख मच्छरदानी की जरूरत है।

पाकिस्तान के पत्रकार गुलाम अब्बास शाह के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने सरकार से मलेरिया की रोकथाम के लिए मच्छरदानी इंपोर्ट करने की मंजूरी मांगी है। बाढ़ के बाद मलेरिया, दस्त और स्किन इन्फेक्शन्स से लोग परेशान हैं। डायरिया से 324 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ प्रभावित सिंध और बलूचिस्तान प्रांत में पिछले दो महीनों में दो लाख से ज्यादा लोग मलेरिया से संक्रमित हुए हैं।

गंदा पानी पीने पर मजबूर बाढ़ पीड़ित

पाकिस्तान आर्मी और लोकल एडमिनिस्ट्रेशन बचाव कार्य में लगे हुए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है।

पाकिस्तान आर्मी और लोकल एडमिनिस्ट्रेशन बचाव कार्य में लगे हुए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है।

पाकिस्तान में बाढ़ पीड़ित परिवारों ने गंदा पानी पीने और खाना बनाने के लिए मजबूर होने की शिकायत की है। अधिकारियों का कहना है कि यदि दूसरे देशों से सहायता नहीं मिली तो स्थिति पर काबू पाना मुश्किल हो जाएगा। वैसे, गंदे पानी से फैलने वाला पाकिस्तान के लिए लंबे वक्त से मुश्किल का सबब रहा है। इसी साल इस बीमारी से अब तक 900 लोगों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान की सरकार ने पिछले हफ्ते एक बयान में कहा था कि मुल्क में बाढ़ से करीब 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।

पाकिस्तान में सबसे खतरनाक बाढ़ 2010 में आई थी। उस दौरान 2 हजार लोग मारे गए थे। 2 करोड़ से ज्यादा लोग बेघर हो गए थे।

पाकिस्तान में सबसे खतरनाक बाढ़ 2010 में आई थी। उस दौरान 2 हजार लोग मारे गए थे। 2 करोड़ से ज्यादा लोग बेघर हो गए थे।

PAK ने बांग्लादेश की मदद को ठुकराया

पाकिस्तान में बाढ़ से भारी तबाही हुई है। दुनिया के कई देश मदद के लिए आगे आए हैं। बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार ने भी 1.15 करोड़ रुपए की मदद की पेशकश की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने इस ऑफर को ठुकरा दिया है। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में ये भी कहा जा रहा है कि बांग्लादेश ने ऑफिशियली ऐसा कोई रिलीफ पैकेज ऑफर ही नहीं किया था।

हालांकि बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट और इस्लामाबाद में राजनयिक स्रोतों का कहना है कि ये दावा पूरी तरह गलत और झूठा है कि पाकिस्तान को सहायता का कोई ऑफर दिया गया था और देश ने उसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया।

अगस्त महीने में पाकिस्तान में 241% ज्यादा बारिश हुई। यहां एवरेज 166.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जबकि हर साल एवरेज 48 मिलीमीटर बारिश होती है।

अगस्त महीने में पाकिस्तान में 241% ज्यादा बारिश हुई। यहां एवरेज 166.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जबकि हर साल एवरेज 48 मिलीमीटर बारिश होती है।

पाकिस्तान ने कहा- मदद लेना शर्मनाक होगा

पाकिस्तान ने ऑफर को ठुकाराते हुए कहा कि किसी ऐसे देश से मदद लेना जो कभी पाकिस्तान का हिस्सा हुआ करता था, हमारी फौज के लिए शर्मनाक होगा। पाकिस्तानी फौज पर 1971 में बांग्लादेश के खिलाफ नरसंहार और हजारों महिलाओं से रेप के आरोप लगे थे। हालांकि, वो इन आरोपों को खारिज करती रही है।

बाढ़ से करीब 5 करोड़ लोग बेघर हो गए हैं। लोगों के पास रहने और खाने के लिए कुछ नहीं है। सरकार ने दूसरे देशों से राहत कार्यों के लिए फंड देने की अपील की है।

बाढ़ से करीब 5 करोड़ लोग बेघर हो गए हैं। लोगों के पास रहने और खाने के लिए कुछ नहीं है। सरकार ने दूसरे देशों से राहत कार्यों के लिए फंड देने की अपील की है।

PM शेख हसीना बोली- मदद करना जिम्मेदारी

प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि अवामी लीग सरकार हमेशा मानवता के लिए तैयार रही है। हमने अधिकारियों को पाकिस्तान में राहत बचाव कार्य में भी मदद करने के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश 1971 तक पाकिस्तान का ही हिस्सा था। तब यह पूर्वी पाकिस्तान कहलाता था। बांग्लादेश ने पाकिस्तान के खिलाफ 1971 की मुक्ति युद्ध जीता था, लेकिन पाकिस्तान की मदद करना हमारा फर्ज है, क्योंकि बंगबंधु शेख मुजीब उर रहमान ने हमेशा जरूरतमंद लोगों की मदद की थी।

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