पुतिन का जन्मदिन आज: मजदूर मां का बेटा बन गया दुनिया का सबसे शक्तिशाली नेता, रहस्यों से घिरा है जीवन


Russian President Putin's 70th birthday- India TV Hindi News

Image Source : GFX
Russian President Putin’s 70th birthday

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जीवन जितना सुर्खियों में रहता है, उतना ही रहस्यमयी भी माना जाता है। पुतिन वो शख्स हैं जिन्होंने दुनिया को वल्र्ड वॉर थ्री के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। आज पुतिन का 70वां बर्थ-डे है। हालांकि अपनी फिटनेस से वह हमेशा ही सबको चैका देते हैं। इस बेहद चालक और रहस्यमयी नेता की जिंदगी के कुछ अनछुए राज आज हम आपके सामने रख रहे हैं। 

पुतिन 1999 में रूस के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने। उसके बाद सााल 2000 से आज तक लगातार रूस के राष्ट्रपति बने हुए हैं। पूरी दुनिया पुतिन को शक्तिशाली नेता के तौर पर जानती है लेकिन क्या दुनिया यह जानती है कि पुतिन का बचपन कैसा रहा। पुतिन की मां फैक्ट्री में मजदूर थीं और पिता फैक्ट्री में फोरमैन का कार्य करते थे। पुतिन के दो बड़े भाइयों की मौत बदहाली के कारण बचपन में ही हो गई थी। पुतिन पढ़ लिखकर कानून की डिग्री लेकर कमाई करने लगे।

पुतिन के जीवन के वे किस्से जो होश उड़ा देंगे-

जासूस के रूप में पुतिन

पुतिन का दिमाग बहुत ही तेज है। इन्हें जासूसी फिल्में देखना भी खूब पसंद है। इसी का नतीजा है कि पुतिन ने जासूस बनने की ठानी। पुतिन 1975 में खुफिया एजेंसी KGB के जासूस के रूप में नियुक्त हुए। 1991 आते-आते पुतिन लेफ्टिनेंट कर्नल बन चुके थे। ऐसा दावा किया जाता है कि पुतिन को रूसी नेताओं की कमजोरी का पता लग गया था। इसलिए वह राजनीति के खिलाड़ी बनने निकल पड़े।

जूडो से लगाव
पुतिन ने बचपन से रूसी मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी। स्कूली दिनों में वह किसी से भी पंगा ले लेते थे। उन्हें किसी का डर नहीं था। पुतिन जूडो के प्रति इस कदर जुनूनी थे कि 18 साल में जूडो में ब्लैक बेल्ट हासिल कर लिया। जूडो में पुतिन राष्ट्रीय स्तर के उत्कृष्ट खिलाड़ी बन गए और राष्ट्रीय जूनियर चैंपिनशिप में तीसरा स्थान हासिल किया।

जासूसी छोड़ने के बाद करियर ग्राफ आसमान छू गया
जासूसी छोड़ पुतिन जैसे ही राजनीति में आए, वैसे ही कुछ ही दिनों बाद उन्हें रूस का उप प्रधानमंत्री बना दिया गया और बाद में प्रधानमंत्री। ताज्जुब तो तब हुआ जब राष्ट्रपति येल्तलीन ने अपना राष्ट्रपति पद पुतिन को दे दिया। जिस पद के लिए आदमी जिंदगीभर प्रयासरत रहता है, वह यूं ही किसी और को क्यों दिया गया होगा, इस रहस्य से पर्दा आज तक नहीं उठा है।

हर बार एक तरफा जीत
ऐसा नहीं है कि पुतिन का विरोध रूस में नहीं होता है। पुतिन ने जब-जब गलती की, विरोध का सामना करना पड़ा है। इसके बावजूद पुतिन को हर चुनाव में एकतरफा जीत मिली। साल 2000 के चुनाव में पुतिन को 52.94% वोट हासिल हुए, साल 2004 में 71%, 2012 में 63.6% और 2018 में 76% वोट के साथ बंपर जीत हासिल की। पुतिन पर अपने विरोधियों की हत्या कराने का आरोप भी लगता रहा है।

आठ हजार करोड़ रुपए के महल के मालिक
पुतिन को काला सागर के पास 16 मंजिला मकान का मालिक बताया जाता है। इसके ज्यादातर फ्लोर अंडरग्राउंड हैं। इस महल के आसपास 40 बगीचे हैं। कुल 170 एकड़ में फैला पुतिन का महल जन्नत से कम नहीं है।

Latest World News





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *