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(फोटो साभार : left : indiatimes)
भानगढ़ किला – Bhangarh Fort
यह सबसे प्रसिद्ध प्रेतवाधित किला जयपुर और अलवर के बीच स्थित है और भारत की सबसे भूतिया जगहों में आता है। ये जगह स्पिरिट वर्ल्ड मिस्ट्री से इतनी घिरी हुई है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने भी एक नोटिस जारी किया है जिसमें कहा गया है कि शाम 5 बजे के बाद किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है। कई यात्रियों ने यहां रात के दौरान किसी के दिखने, शोर, संगीत और चीख-पुकार जैसी आवाजें सुनी हैं। किला इस तरह से बना हुआ है कि यहां घुसते ही आपको डरावनी फीलिंग आने लगेगी।
कहा: जयपुर-अलवर रोड पर, जयपुर से 4 घंटे की दूरी पर
नाहरगढ़ किला – Nahargarh Fort
नाहरगढ़ किला भी जयपुर के टॉप भूतिया स्थानों में से एक है। पौराणिक कथाओं से जानकारी मिली है कि नाहर सिंह भोमिया की आत्मा ने इस जगह को प्रेतावधित बनाया हुआ है। जब महाराजा सवाई सिंह ने इस किले को बनाने की कोशिश की तो वहां पर हुई अशांति की वजह से नाहर सिंह की आत्मा नराज हो गई। आपको बता दें, कुछ साल पहले यहां अज्ञात शव भी लटका पाया गया था, जिसके साथ एक संदेश पर लिखा हुआ था कि यह फिल्म पद्मावत की रिलीज के खिलाफ है। अंधेरा होने के बाद यहां जाने की अनुमति नहीं है।
जल महल पैलेस – Jal Mahal Palace
इस महल को तैरते हुए महल के रूप में भी जाना जाता है, यह जयपुर में मान सागर झील के बीच में बना है। चार मंजिल पानी के नीचे हैं, तो वहीं पांचवी मंजिल पानी के ऊपर दिखती है। यहां भी अजीबो गरीब घटनाएं और नजारे देखने को मिलते हैं, जैसे महल के अंदर कोई चीख-पुकार कर रहा है। ये पानी के नीचे बने होने की वजह से सीवेज की समस्याओं के कारण खंडहर में बदल गया था। इस वजह से भी ये जगह यहां डरावनी मानी जाती है।
(फोटो साभार : wikimedia commons)
बृज राज भवन – Brij Raj Bhawan
यपुर से करीबन 4 घंटे की दूरी पर कोटा में स्थित यह औपनिवेशिक महल अब एक हेरिटेज होटल में परिवर्तित हो गया है। कहते हैं कि एक ब्रिटिश मेजर चार्ल्स बर्टन की यहां भारतीय सैनिकों द्वारा 1857 के विद्रोह में हत्या कर दी गई थी और उन्हीं की आत्मा यहां भटकती रहती है। ऐसा माना जाता है कि ये आत्मा आज भी लोगों से मदद की गुहार लगा रही होती है। ये आत्मा यहां आने वाले लोगों को थप्पड़ भी लगाती है। यहां आते ही लोगों को आवाजें सुनाई देने लगती हैं और पैरों में ठंड भी लगने लगती है।
(फोटो साभार : Toi.com)
राणा कुंभा पैलेस – Rana Kumbha Palace
चित्तौड़गढ़ में, यह महल रानी पद्मिनी की कथा के लिए जाना जाता है, जिन्होंने दिल्ली के सुल्तान – अलाउद्दीन खिलजी से खुद को बचाने के लिए सैकड़ों अन्य महिलाओं के साथ आत्मदाह कर लिया था। ऐसा कहा जाता है कि यहां उन सभी महिलाओं की आत्माएं भटकती हैं, जिनको अभी तक शांति नहीं मिली है। यहां कई महिलाओं के रोने और चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं। यहां कई लोगों ने जले हुए चेहरे के साथ रानी की तरह कपड़े पहने एक महिला को देखा है।
(फोटो साभार : wikimedia commons)
डिस्क्लेमर :”इस लेख में बताई गई किसी भी जानकारी/सामग्री में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें।”
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