बीजिंग15 घंटे पहले
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चीन के युवा अकेलेपन से जूझ रहे हैं। काेराेना काल के सख्त लॉकडाउन के कारण युवा अपने घरों में लंबे समय तक कैद रहे। फेसबुक, ट्विटर, वॉट्सऐप जैसे ऐप नहीं होने के कारण वहां के लोग चीन के सोशल मीडिया पर ही निर्भर हैं। अब चीन के लाखों युवा डेटिंग ऐप के जरिए दोस्त बना रहे हैं।
इसे लोग थर्ड प्लेस या तीसरी जगह बता रहे हैं, क्योंकि इसे युवा काम और घर से अलग, एक वर्चुअल दुनिया कह रहे हें। यहां एक दूसरे से मिलना जीवन साथी ढूंढना नहीं, बल्कि अपने जैसे लोगों के साथ मिलना है। ये युवा ऑनलाइन चैटिंग ही ज्यादा करते हैं। व्यक्तिगत रूप से बहुत ही कम मिलते हैं।
डेटिंग ऐप पर अब वर्चुअल पार्टी गेम भी
चीन में अभी 275 डेटिंग ऐप हैं। 2017 से इन एप्स में 239% का इजाफा हुआ है। 2017 में ऐसे 81 एप्स थे। नए ट्रेंड को बढ़ता देख अब डेटिंग ऐप को बनाने वाली कंपनियां नए प्रयोग कर रही हैं। टेंसेंट कंपनी अपनी डेटिंग ऐप में वर्चुअल पार्टी गेम पर काम कर रही है। इससे लोग घर बैठे बिना घर से निकले सामाजिक रूप से मिल सकेंगे।
उधर, झाओ (25) मानते हैं कि इन ऐप्स पर अब बहुत सारे विकल्प हैं। इन विकल्प के कारण आप ऐसे व्यक्ति से मिलेंगे जो आपको बेहतर समझ सकता है। एक सर्वे में सामने आया कि ऐसे ऐप को इस्तेमाल करने वाले 33% लोग 13 से 32 साल के हैं। 89% यूजर्स डेटिंग ऐप का इस्तेमाल सामाजिक दायरा बढा़ने के लिए करते हैं।
कम्युनिस्ट सरकार की कार्रवाई से बच गए डेटिंग ऐप्स
चीन की सरकार ने पिछले साल कई ऐप बनाने वाली टेक कंपनियों पर कार्रवाई की, लेकिन डेटिंग ऐप्स इन कार्रवाई से बच गए। इसका कारण है कि डेटिंग ऐप्स सिर्फ डेटिंग के लिए लोगों को मिलाना अपना लक्ष्य नहीं मानते। इन एप्स में चीनी समाज को आगे बढ़ाने को अहम लक्ष्य माना है। कम्युनिस्ट पार्टी का भी मानना है कि डेटिंग एप्स के जरिए युवाओं का अकेलापन दूर हो रहा है।