
वित्त मंत्री ने कहा कि महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों को लंबे समय तक ऊंचे दर पर बनाये रखना सही नहीं होगा.
नई दिल्ली:
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि देश में महंगाई को नियंत्रित करना आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी है. वित्त मंत्री ने कहा कि महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों को लंबे समय तक ऊंचे दर पर बनाये रखना सही नहीं होगा. वित्त मंत्री का बयान ऐसे समय पर आया है, जब जुलाई में खुदरा महंगाई दर 7.44% के ऊंचे स्तर तक पहुंच गई.
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दिल्ली में B-20 Summit को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “महंगाई बढ़ने से अर्थव्यवस्था में मांग (Demand) कमज़ोर होती है. इसीलिए इसपर काबू पाना ज़रूरी है.”
वित्त मंत्री ने आगाह किया कि महंगाई को कंट्रोल करने के लिए लंबे समय तक ब्याज दरों को ऊंचे दरों पर बनाये रखना भी अच्छा नहीं होगा. इसके लिए सप्लाई साइड के प्रतिबंधों को भी दूर करना होगा. निर्मला सीतारमण ने कहा, “सेंट्रल बैंक को मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के दौरान विकास संबंधी प्राथमिकताओं को भी ध्यान में रखना होगा. लंबे समय तक ब्याज दरें बढ़े रहने से ग्रोथ पर नकारात्मक असर पड़ता है”.
वित्त मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और बिजनेस लीडर्स के सामने भारत में आर्थिक विकास की गति बढ़ाने के लिए
पांच प्राथमिकताओं का जिक्र किया:-
-महंगाई को नियंत्रित करना.
-निरंतर विकास को बढ़ावा देने के लिए निवेश में वृद्धि ज़रूरी.
-सतत विकास के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य और शिक्षा पर ध्यान देना.
-क्लाइमेट चेंज फाइनेंस.
-बिज़नेस सप्लाई चेन का विविधीकरण.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विदेशी निवेश को आर्थिक वृद्धि के लिए अहम बताते हुए कहा कि सरकार ने निवेश आकर्षित करने के लिए कई सुधार किए हैं. इसके साथ ही उन्होंने जलवायु परिवर्तन से संबंधित गतिविधियों के लिए फंडिंग का भी जिक्र किया.
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